होशियारपुर। 21 मई दिन शनिवार को सायं करीब साढे 6 बजे पंजाब के जिला होशियारपुर के बजवाड़ा स्थित स्वामी सर्वानंद गिरि पंजाब यूनिवर्सिटी रीजनल सैंटर के बाहर लॉ छात्र की हुई हत्या को लेकर कई तरह के मामले प्रकाश में आने लगे हैं। अधिकतर इसे गैंगवार से जोड़ कर देख रहे हैं तथा मृतक मनप्रीत सिंह उर्फ मन्ना की संगत को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं। भले ही वह पढ़ाई में लायक बताया जा रहा है, मगर उसकी संगत को लेकर कोई भी स्पष्ट रुप से खुल कर बताने को तैयार नहीं। पुलिस सूत्रों का भी दबी जुबान में कहना है कि मन्ना अपराधिक किस्म के लोगों के साथ बैठता उठता था और कालेज में होने वाले अधिकतर झगड़ों में इसका नाम प्रमुखता से सामने आता था व पुलिस के साथ भी इसका आंकड़ा कोई अच्छा नहीं बताया जाता। पिता के पुलिस में होने के चलते पुलिस वाले थोड़ा बहुत लिहाज करते आ रहे थे। पुलिस सूत्रों का कहना है कि मन्ना इसी चीज का लाभ उठाता था कि उसके पिता पुलिस में हैं। इतना ही शनिवार की घटना के बाद से एक-एक करके रहस्यों से पर्दे उठने शुरु होने लगे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार पुलिस ने पूछताछ के लिए कुछ लोगों को उठाया है और जल्द ही सारे मामला खुलने की आशा जताई जा रही है। फिलहाल पता चला है कि गैंगवार को अंजाम देने वाले फगवाड़ा क्षेत्र से संबंधित बताए जा रहे हैं। मगर अभी तक पुलिस कुछ भी खुलकर कहने को तैयार नहीं है। मगर, दिन दिहाड़े हुई इस घटना ने कई सवालों को जन्म दे दिया है। आए दिन हो रही ऐसी घटनाओं के चलते आम लोग खासे खौफ में हैं व ऐसे में पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था व अपराधियों पर नकेल डालने को लेकर किए जा रहे प्रबंधों पर भी सवालिया निशान लगने स्वभाविक है।
होशियारपुर-ऊना मार्ग पर नहीं है पुख्ता सुरक्षा प्रबंध
होशियारपुर ऊना मार्ग पर पिछले कुछ सालों से नर्सिंग एवं अन्य शिक्षण जगत से जुड़े कई कालेज खुले हैं। हजारों की संख्या में विद्यार्थी वहां पर शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। मगर हैरानी की बात है कि बजवाड़ा से लेकर खडक़ां तक कहीं पर भी पुलिस नाका नहीं है। कालेजों में विद्यार्थियों के छोटे-मोटे झगड़ों को लेकर इकसर तनाव की स्थिति रहती है और कालेज के अंदर व बाहर दोनों जगह ही कब कहां छात्रों में झड़प हो जाए इसका कुछ नहीं कहा जा सकता। मगर पुलिस द्वारा शायद ही कभी इस बात को सोचते हुए सुरक्षा के प्रबंध किए जाने जरुरी समझे गए हों। शहर निवासियों का कहना है कि अगर इस मार्ग पर पुलिस का नाका होता तो शायद हो सकता है कि मन्ना के कातिल पुलिस गिरफ्त में होते या उनसे संबंधित कोई ठोस सबूत पुलिस के हाथ लगता। लोगों ने जिला पुलिस प्रमुख से मांग की कि होशियारपुर-ऊना रोड पर पड़ते शिक्षण संस्थाओं के करीब सुरक्षा के प्रबंध किए जाएं ताकि भविष्य में होने वाली किसी भी संभावित घटना को रोका जा सके व अनमोल जिंदगियां बचाई जा सकें।