होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। दा होशियारपुर तहसील ब्रिक्स क्लिन एसोसिएशन की बैठक प्रधान शिवदेव सिंह बाजवा की अध्यक्षता में हुई। इस मौके पर सचिव मनीष गुप्ता ने बताया कि बैठक में भट्ठा मालिकों को पेश आ रही समसयाओं एवं सरकार द्वारा जारी नई हिदायतों पर चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि सरकार की गलत नीतियों के कारण भ_ा मालिकों पर कारोबार को आगे बढ़ाने की सबसे बड़ी समस्या खड़ी हो रही है। उन्होंने बताया कि प्रदूषण कंट्रोल विभाग द्वारा नए निर्देश अनुसार भट्ठा 1 फरवरी से 30 सिंतबर तक ही चलाए जा सकेंगे। विभाग के इस निर्देश से भट्ठा मालिकों के समक्ष कई प्रकार की समस्याएं खड़ी हो गई हैं, क्योंकि विभाग द्वारा निर्धारित किए गए 8 माह में बरसात के तीन माह भट्ठा बिलकुल बंद रहते हैं तथा ऐसे में 5 माह में पूरे साल का खर्च निकालना मुश्किल हो जाएगा।
साल में 5 माह ही चलने से भट्ठा उद्योग पर मंडराएंगे संकट के बादल
इसके चलते लेबर के समक्ष बेरोजगारी की समस्या उत्पन्न होगी वहीं टैक्स, मामला, बिजली का खर्च बढऩे से भट्ठा पर आर्थिक मार पड़ेगी। जिस कारण उन्हें मजबूरन ईंटों के दान बढ़ाने को मजबूर होना पड़ेगा। भट्ठा मालिकों पर दोहरी मार पड़ रही है, एक तरफ जहां रेत व मिट्टी नहीं मिल रही वहीं दूसरी तरफ डीजल व कोयले के दाम बढऩे से यह उद्योग मंदी की मार झेलने को मजबूर हो रहा है। इतना ही नहीं भट्ठा मालिकों को भट्ठा नए डिजाइन से बनाने हेतु विवश किया जा रहा है तथा इस पर करीब 40-50 लाख रुपये का खर्च आता है। ऐसे में अगर सरकार द्वारा मात्र 5 माह ही भट्ठा उद्योग चलाने की इजाजत दी जाएगी तो वे सभी खर्च कैसे निकालेंगे। इस मौके पर भट्ठा मालिकों ने सरकार से मांग की कि इस उद्योग को बचाने और इसकी उन्नति के लिए साफ्ट पॉलिसी बनाई जाए। इस अवसर पर प्रधान शिव वालिया, यशपाल गुप्ता, नमित गुप्ता, पंकज कुमार डडवाल, विशाल वालिया, राकेश पुरी, अश्विनी गर्ग, सुमन मुरगई, संदीप गुप्ता सहित अन्य सदस्य मौजूद थे।