सराहनीय प्रयास: निपुण्ता प्राप्त कर्मियों की नर्सरी साबित हो रहे है मल्टी स्किल डवेलप्मैंट सैंटर

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: भुपेश प्रजापती/गुरजीत सोनू। राज्य में चल रहे मल्टी स्किल डवेलप्मैंट सैंटर उद्ययोगिक क्षेत्र के लिए निपुण्ता प्राप्त कर्मियों की नर्सरी साबित हो रहे है। सरकार ने इस प्रयास से जहां युवाओं को अलग अलग क्षेत्र में स्वै रोजगार बनाने हेतु कोर्स करके अपने पैरों पर खड़े होने का मौका मिल रहा है वहीं उद्योयों को भी सिखलाई प्राप्त नौजवान मिल रहे है। सरकार का पंजाब स्किल डवेलप्मैंट मिशन उद्योगिक क्षेत्र के लिए एक पुल का काम कर रहा है तथा इस मिशन के तहित ग्रामीण तथा शहरी नौजवानों को मुफ्त रोजगारमुखी सिखलाई कोर्स करवाए जा रहे है, चाहे वे किसी भी वर्ग से संबंधित है।

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-पंजाब सरकार की पालिसी के अनुसार आने वाला समय उद्ययोगिक क्षेत्र के लिए सुनहरा – उद्योग मंत्री

उद्योग व वाणिज्य मंत्री पंजाब व स्थानीय विधायक सुंदर शाम अरोड़ा ने कहा कि उद्ययोगों के लिए निपुण कारीगरों की आवश्यता है तथा नौजवानों को अलग अलग रोजगारोन्मुखी सिखलाई देकर निपुण बनाने के लिए मल्टी स्किल डवेलप्मैंट सैंटर का अहम योगदान है। उन्होंने कहा कि होशियारपुर सहित राज्य के 5 जिलों जालंधर, अमृतसर, लुधियाणा तथा बठिंडा में 5 मल्टी स्किल डवेलप्मैंट सैंटर चल रहे है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार की ओर से लागू की गई नई उद्योगिक पालिसी -2017 के चलते आने वाला समय उद्योगिक क्षेत्र के लिए काफी सुनहरा होगा।

उन्होंने कहा कि उद्योग के प्रफुुल्लित होने से रोजगार के मौके बढ़ेंगे, जिस के चलते पंजाब के नौजवानों को अधिक से अधिक रोजगार प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि बठिंडा में 23 हजार करोड़ रुपये की लागत से पैट्रो कैमीकल प्लांट, एक हजार करोड़ रुपये की लागत से प्लास्टिक उद्ययोग के अलावा करीब 700 उद्योगपतियों की ओर से करीब 1336 करोड़ रुपये के एमओयू साइन करवाए गए है, जो इस बात का संकेत है कि उद्योगपति राज्य में उद्योग स्थापित करने को प्राथमिकता दे रहे है।

-होशियारपुर के मल्टी स्किल डिवैलेपमैंट सैंटर में 11 बैच कंप्लीट – जिलाधीश

श्री अरोड़ा ने कहा कि राज्य में बड़े स्तर पर उद्योग स्थापित होने से निपुण कर्मियों की आवश्यकता पड़ेगी तथा इस आवश्यकता को पूरा करने में मल्टी स्किल डवेलप्मैंट सैंटर सहायक साबित होंगे। उन्होंने कहा कि निपुण कर्मियों को बेहतर पदों के साथ साथ बढिय़ा वेतन भी प्राप्त होगा। इस लिए अधिक से अधिक नौजवानों को इन मल्टी स्किल डवेलप्मैंट सैंटरों तथा रुरल सैंटरों का लाभ लेना चाहिए। उन्होंने बताया कि सरकार की दो स्कीमों दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कोशल्या योजना (डी.डी.यू.जी.के.वाई) के तहित शहरी नौजवानों को रोजगारयुक्त कोर्स करवाए जा रहे है। उन्होंने कहा कि कोर्सों में मुफ्त कंप्यूटर की सिखलाई भी दी जाती है, ताकि अलग-अलग एैप्स की जानकारी दे कर नौजवानों को आधुनिक कंप्यूटर के क्षेत्र से जोड़ा जा सकें।

जिलाधीश विपुल उज्जवल ने कहा कि दिसंबर 2016 से शुरु हुए मल्टी स्किल डवेलप्मैंट सैंटर होशियारपुर में 11 बैंच कंप्लीट हो चुके है। उन्होंने कहा कि इस सैंटर में सी.एन.सी आपरेटर (कंप्यूटर नमैरीकल कंट्रोल), पी.वी सोलर पैनल इंस्टालर, कस्टमर रिलेशनशिप मैनेजमैंट, आई.टी हैल्पडैस्क अटैंडैंट तथा डाटा ऐंट्री आप्रेटर कोर्स करवाए जा रहे है। उन्होंने बताया कि मल्टी स्किल डिवैलपमैंट सैंटर तथा जिले में चल रहे 6 अन्य रुरल स्किल सैंटरों में करीब 150 नौजवानों को अलग अलग क्षेत्रों में निपुण बना कर प्लेसमैंट भी करवाई गई है।

उन्होंने बताया कि शिक्षार्थियों को सिखलाई के बाद कोई कंपनी या उद्योग में जाने से पहले 3 महीने के लिए सरकार की ओर से एक हजार रुपए प्रति महीने के हिसाब से राशि भी मुहैय्या करवाई जा रही है, ताकि अपने पैरों पर खड़ा होने के शुरुआती दौर में संबंधित तजुर्बेकार नौजवान की सहायता की जा सकें। विपुल उज्जवल ने बताया कि किसी भी काम के लिए पहले हैल्पर के तौर पर काम करके नौजवान सिखलाई प्राप्त करते है, सरकार की ओर से नौजवानों को विशेष ट्रैनिंग देकर निपुण बनाया जा रहा है तथा इसके साथ उद्योगों को आवश्यकता के मुताबिक बढिय़ा निपुणता प्राप्त कारीगर भी मिल रहे है।

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