धोबीघाट: बेरोजगारी ने छीना इकलौता चिराग, दविंदर ने फंदा लगाकर दी जान

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। बेरोजगारी के चलते जहां युवक नशों एवं अन्य बुराईयों की जकड़ में अपना भविष्य अंधकारमयी बना रहे हैं वहीं बेरोजगारी के चलते मानसिक तनाव में युवा गलत कदम उठाने से भी परहेज नहीं कर रहे, यहां तक कि यह बेरोजगारी उनकी जान की दुश्मन बन चुकी है। काम न मिलने से दुखी धोबीघाट निवासी एक 30 वर्षिय युवक ने फंदा लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। इस घटना के बाद से इलाके में जहां शोक की लहर दौड़ गई है वहीं रोजगार मुहैया करवाने के दावों को भी लोग जमकर कोसने लगे हैं।

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जानकारी अनुसार दविंदर सिधू (30) पुत्र जसवीर सिंह निवासी धोबीघाट ने आज 30 जुलाई को काम न मिलने से परेशान होकर घर के ऊपर बने कमरे में पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। दविंदर अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। उसके परिजन आज गांव भाम में आयोजित मेले में गए हुए थे। सायं करबि 5 बजे जब वे घर लौटे तो दविंदर को खोजने लगे। इसी बीच जब उन्होंने घर के ऊपर बने कमरे में देखा तो दविंदर पंखे के साथ झूल रहा था। यह देखकर उनकी चीखें निकल गईं और वे फफक-फफक कर रो पड़े। उनकी आवाज सुनकर मोहल्ला निवासी इक_ा हो गए। पता चला है कि दविंदर पिछले काफी समय से काम न मिलने के कारण परेशान था और आशंका जताई जा रही है कि इसी परेशानी के चलते उसने इतना बड़ा कदम उठाया होगा। मगर, दविंदर के इस कदम ने घर को सूना कर दिया और उसके माता-पिता को कभी न भरने वाला घाव दे गया। थाना सिटी पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कार्रवाई शुरु कर दी थी।

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