होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। बारहवीं की इतिहास की पुस्तक में जैन संतों के विषय में लिखे गए अभद्र शब्दों एवं अन्य प्रकार की त्रुटियों को दूर करने संबंधी पैदा हुए विवाद को सुलझाने के लिए शिक्षा मंत्री ओ.पी. सोनी द्वारा खुद संज्ञान लेते हुए जल्द जांच पूरी करने के आदेश जारी करना सराहनीय है। इसके साथ-साथ जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती तब तक स्कूलों से किताब हटाई जाए ताकि बच्चे गलत जानकारी हासिल न कर सकें। उक्त विचार एस.एस. जैन सभा के प्रधान राकेश जैन बबला एवं महामंत्री अशोक जैन ने इस संबंधी आयोजित एक बैठक में व्यक्त किए। उन्होंने मांग की कि इतने महत्वपूर्ण विषय की किताब में किसी भी धर्म एवं संतों के बारे में गलत जानकारी अंकित किया जाना किसी भी सूरत में तर्कसंगत नहीं है, क्योंकि इससे समाज में अराजकता का माहौल पैदा होता है और एक दूसरे के प्रति नफरत का माहौल व्याप्त होता है।
इसलिए ऐसी गलतियां न हो इसके लिए जरुरी है कि कोई भी किताब स्कूलों में भेजने से पहले उसकी अच्छी तरह से सक्रीनिंग की जानी चाहिए। इस अवसर पर विशेष तौर से पहुंचे जय दुर्गे वीर हकीकत राय सेवा समिति के अध्यक्ष विजय सूद पप्पा एवं जैन समाज के कुलदीप कुमार जैन ने कहा कि सरकार को इसकी जांच जल्द से जल्द पूरी की जाए ताकि जैन समाज ही नहीं बल्कि जिन समुदायों एवं संतों के बारे में जो गलत जानकारी बच्चों को पढ़ाई जा रही है उससे बच्चों को बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर भी कार्रवाई की जानी चाहिए, जिनकी लापरवाही के चलते समाज में नफरत जैसा बीज बोए जाने के रास्ते बन रहे थे। उन्होंने शिक्षा मंत्री द्वारा संज्ञान लेने के फैसले और उनके द्वारा जांच के आदेश दिए जाने का स्वागत करते हुए मांग की कि बच्चों को गलत जानकारी न पढ़ाने संबंधी भी निर्देश जारी करें। इस मौके पर सुभाष जैन, कमल जैन, अमित जैन, अमरीश जैन, अमित सोनू, रजनीश जैन, रिंकू जैन, नितिन जैन, जिला अध्यक्ष वीर हकीकत राय मनोज करीर, प्रदीप शर्मा एवं प्रदीप भल्ला इत्यादि मौजूद थे।