होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। पंजाब स्टेट काउंसिल फॉर साइंस एडं टेक्नालॉजी चंडीगढ़ के सहयोग से 26वीं बाल विज्ञान कांग्रेस के तहत जिले के अलग-अलग स्कूलों के अध्यापकों की एक दिवसीय ओरिएंटेशन वर्कशाप का आयोजन होली हार्ट स्कूल नई आबादी में किया गया। जिला कोआर्डिनेटर जतिंदर तिवारी (स्टेट अवार्डी) व होली हार्ट स्कूल के प्रिंसिपल अजीत अरोड़ा की अगुवाई में हुई इस वर्कशाप में 20 स्कूलों के 30 अध्यापकों ने भाग लिया। इस अवसर पर सरकारी कालेज के पूर्व बॉटनी विभाग प्रमुख डा. दलजीत सिंह ने विशेष तौर से पहुंचकर कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस मौके पर डा. दलजीत सिंह ने बढ़ रहे कूड़ा-कर्कट से पर्यावरण को पहुंच रह नुकसान पर चिंता प्रकट करते हुए कहा कि कूड़ा-कर्कट का सही ढंग से निपटारा होना चाहिए तथा इसके लिए हमें अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाने चाहिए। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक का प्रयोग कम से कम करना चाहिए, क्योंकि आज प्लास्टिक ही सबसे बड़ी समस्या बनता जा रही है।
इस साल बाल विज्ञान कांग्रेस का मुख्य विषय साफ सुथरे, हरे भरे एवं स्वस्थ्य राष्ट्र के लिए विज्ञान, तकनीक एवं नवीनता है। इसमें 10-17 साल आयु वर्ग के विद्यार्थियों के लिए यह एक ऐसा प्लेटफार्म है जहां वह अपनी रचनात्मक सोच के साथ अपने आसपास की समस्याओं को हल करना सिखाते हैं तथा उन्हें स्कूली किताबी सिलेबस से बाहर आकर कार्य करने का मौका मिलता है।
इस मौके पर जालंधर से पहुंचे कोआर्डिनटर संजीवन डडवाल ने बाल विज्ञान कांग्रेस की गाइड बुक की जानकारी दी। गुरमीत सिंह स्टेट अवार्डी जिला कोआर्डिनेटर कपूरथला ने प्रोजैक्ट के चुनाव, तैयार करने का ढंग तथा बच्चों द्वारा पेश करने की वधि संबंधी विस्तृत चर्चा की। इस दौरान श्री गुरु हरिकिशन पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों ने अपना प्रोजैक्ट पेश किया। इस अवसर पर जिला कोआर्डिनेशन कमेटी के सदस्य ओमकार त्रेहन, पूर्व हैडमास्टर राकेश शर्मा, अश्विनी पुरी, रमेश शारदा तथा प्रिं. अजीत अरोड़ा ने वर्कशाप के आयोजन में पूर्ण सहयोग दिया।