शिक्षित होइए, संस्कार ग्रहण कीजिए परंतु नशों से रहिए दूर: धूमल

हमीरपुर(द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: रजनीश शर्मा। शिक्षित होइए, विद्वान बनिए, संस्कार ग्रहण कीजिए लेकिन नशे से भी दूर रहिए। पूर्व मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने सुजानपुर के बनाल राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला के वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित बच्चों को संबोधित करते हुए यह आह्वान किया। पूर्व सी.एम. ने इस मौके पर स्कूल के मेधावी छात्रों को वार्षिक परीक्षाओं में अच्छे परिणाम लाने के लिए पुरस्कार भी बांटे।

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प्रो. धूमल ने कहा कि वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह का इंतजार विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों को बेसब्री से होता है कि परीक्षाओं में उन्होंने जो मेहनत कर अच्छे परिणाम लाएं हैं तो अब उन्हे होनहार बच्चों को क्या पुरस्कार मिलेगा। उन्होंने प्रसन्नता प्रकट करते हुए कहा कि जब से इस विद्यालय की शुरुआत हुई है और उन्नति की राह पर यह स्कूल आगे बढ़ा तब से बेटियाँ ही परीक्षाओं में अव्वल रही हैं।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी जी के सपने, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ को इस स्कूल ने सही मायनों में पूरा किया है। इस विद्यालय में छात्रों की अपेक्षा कहीं अधिक संख्या में छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रही है यहाँ भी बेटियाँ आगे हैं। प्रो. धूमल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी ने पूरे देश में स्वच्छता अभियान चलाया हुआ है। लेकिन यह स्कूल पहले ही स्वच्छता के मामले में बहुत आगे है। स्वच्छता के लिए स्कूल को 1 लाख 45 हजार रूपए इनाम में भी मिलें हैं, जिसके लिए स्कूल प्रबंधन और प्राध्यापक बधाई के पात्र हैं। लेकिन स्वच्छता के लिए एक इनाम और मिलता है कि जहां सफाई हो बिमारी नहीं फैलती, सब स्वस्थ रहते हैं। इस बात को वल्र्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने भी प्रमाणित किया है। प्रो. धूमल ने कहा कि एक बिमारी पूरे देश में बढ़ी तेजी से फैल रही है और अब हिमाचल प्रदेश भी उस बिमारी से अछूता नहीं रह गया है। वह बीमारी है नशे की बीमारी, पूर्व सी.एम ने दु:ख व्यक्त करते हुए कहा कि जब पंजाब प्रांत में नशा बढ़ा था तब फिल्म बनी थी उड़ता पंजाब लेकिन मीडिया में उड़ता हिमाचल लिखा जा रहा है।

कुछ सौदागर अपने फायदे के लिए नशा बाँट रहे हैं। कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं से विशेष रूप से अनुरोध करते हुए पूर्व सी.एम ने कहा कि अधिकतर परिवार सीमित हुए हैं, छोटे हुए हैं, एक-एक बच्चे का परिवार हो गया है, अगर उस परिवार की इकलोती सन्तान नशे की लत में डूब जाती है तो वह परिवार खत्म हो जाता है। कई बार माँ-बाप सोचते हैं कि हमने बच्चा स्कूल भेज दिया तो हमारी जिम्मेवारी खत्म। अध्यापक देखेगा लेकिन अध्यापक पढ़ायेगा, लिखायेगा, सिखाएगा और नशे से भी छुड़ाएगा। नशे को दूर भगाने की जिम्मेवारी पूरे समाज की है। अन्यथा समाज ही तबाह हो जाएगा। इस अवसर पर मण्डल अध्यक्ष रणजीत सिंह, अरुण शर्मा, कर्नल एस.एस. राणा, बीना कपिल, पूनम डोगरा, प्रकाश ठाकुर, अमरदीप राणा सहित पंचायतों के प्रतिनिधि, स्कूल प्रबंधन, स्थानीय विद्यालय के विद्यार्थी और उनके अभिभावकों सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

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