होशियारपुर(द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: गुरजीत सोनू। बौली बाबा भंडारी होशियारपुर के प्राचीन मन्दिर में बसंत उत्सव बड़ी हर्षोल्लास से मनाया गया। ये संगीत उत्सव कोई 106 साल पुराना माना जाता है बहुत साल पहले जालन्धर के हरिवल्लभ संगीत सम्मेलन की तरह ही इसे मनाया जाता था ओर हरिवलभ संगीत के सारे कलाकार इस संगीतउत्सव में अपनी कला का प्रदर्शन किया करते थे। जिनमें ओमकर नाथ ठाकुर, विष्णु दिगम्बर पलूसकर, उस्ताद सलामत अली खान साहिब जैसे महान संगीत कलाकारों ने अपनी प्रास्तुती की है।
इसी संगीत सम्मेलन को विवेक साहनी, अरुण वालिया, प्रो. हरजिंदर (अमन), रवि कुमार, यश जी, सरबजीत सोनी और उनके सहयोगियों ने दुबारा शुरू करने का बीड़ा उठाया और पिछले कुछ सालों की तरह इस बार भी संगीत उत्सव का आयोजन बसंतपंचमी वाले दिन 10 फरवरी को किया गया। जिसमें भारत के महान कलाकारों ने अपनी काला कला का परदर्शन किया।
सबसे पहले सरकारी कॉलेज के विद्यार्थियों ने सरस्वती बंदना गाकर उत्सव का शुभारंभ किया इस के बाद सिमरन जोत ने तबला सोलो प्रस्तुत किया। इसके बाद चंडीगढ़ के ध्रुव शर्मा ने राग भैरव गा कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया इन के साथ तबला संगत दीपक सिंह ने की इन के बाद प्रो. हरविंदरसिंह ने राग शुद्धसरंग राग ओर राग बहार, बसन्तबाहर गाया। इनके साथ हार्मोनीयम संगत दविंदर वर्मा ने की तथा तबला संगत डा.परमजीत सिंह जी ने की अंत में अर्षप्रीत रिथ्यम ने सूफिय़ाना कलाम प्रस्तुत किया। इनके साथ हॉर्मोनीयम पर डा. नीरज गांधी जी ने किया। उत्सव में मुख्यातिथि दीपक बाली ने मोहत्सव में आकर चार चांद लगाए।