होशियारपुर(द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: गुरजीत सोनू। होशियारपुर पुरानी कनक मंडी स्थित अहमदिय्या मस्जिद में आज मुसले मउद दिवस का आयोजन किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में अहमदिय्या मुस्लिम जमात के लोग शामिल हुए। कुराने पाक के पाठ साथ सम्मेलन को मौलवी शेख मन्नान ने संबोधित किया। अपने संबोधन में उन्होंने अहमदिय्या इतिहास में इस स्थान की अहमियत का वर्णन किया। इसी शहर में अहमदिय्या जमात के संस्थापक मिर्जा गुलाम अहमद साहिब ने 1886 इसवी में 40 दिनों तक कठोर तपस्या की थी इस इबादत को चिल्ला करना कहा जाता है। अल्लाह की तरफ से उनको एक बेटे की शुसमाचार दी गई थी जो कि पेशगोई(भविष्यवाणी)मुसले मउद के नाम से अहमदिय्या साहित्य में प्रसिद्ध है। भविष्यवाणी के अनुसार 12 जनवरी 1889 को मिर्जा बशीरुद्दीन साहिब पैदा हुए।
जोकि 200 से अधिक पुश्तकों की रचना कीं और बड़े विकट परिस्थितियों में जमात का 52 सालों तक प्रतिनिधित्व किया। इसके बाद अहमदिया मुस्लिम जमायत होशियारपुर ने पुलवामां में हुए आतंकी हमले की कडे शब्दों में निंदा करते हुए शहीद परिवारों से गहरी संवेदना व्यक्त की। प्रैस व्याप्ति में में शेख मन्नान ने कहा आतंकवाद इस्लाम की वास्तविक शिक्षाओं के विरुद्ध है। पवित्र कुरान के अनुसार जिस किसी ने मासूम जान की हत्या की वह पूरी मानवता की हत्या के बराबर है। ऐसी कार्यवाई को किसी भी तरह इस्लाम उचित नही ठहराता बल्कि जो ऐसी हरकत को इस्लाम या हजरत मुहम्मद साहब के साथ जोडक़र देखते हैं।
अल्लाह उन नौजवानों के परिवारों को इस हादसे को बर्दाशत करने की शक्ति दे तथा इस घटना से प्रभावित लोगों के स्वास्थ्य के लिए दुआ करते है। अल्लाह भारत वासियों को हर प्रकार के प्रकार के फितनों, लड़ाई झगड़ों सुरक्षित रखे तथा इस वतन को अमन बख्शे। इस अवसर पर अन्य के व्यतीत अनवर अली, वहिद खान, वजी अहमद,सलीम मोहम्मद, कलीम खान, नासिरुद्दीन, रिहान जफर आदि गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए थे।