इंदौरा (द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: अजय शर्मा। इन्दौरा में कृषि विभाग की तरफ से किसानों पर अत्याचार किया जा रहा है, कृषि विभाग के अधिकारी किसानों को गुमराह कर रहे हैं। एक प्रैस विज्ञाप्ति के दौरान किसानों ने बताया कि इंदौरा के कृषि विभाग कार्यालय में घास काटने वाले श्रमिक टोका लेने गए तो वहां मौजूद अधिकारियों द्वारा टोका लेने के लिए पहले विधायक के हस्ताक्षर करवा कर लाने के लिए कहा गया। इस संबंधी जब एक पत्रकार ने कृषि अधिकारी विजय लांबा से बात की गई तो अधिकारी ने कहा कि विधायक ्वारा उनको हिदायत दी गई है कि जिसके एप्लिकेशन पार्म पर उनके हस्ताक्षर होंगे उसी को टोका दिया जाएगा।
इस पर पत्रकार द्वारा पूछा जाने पर की इस फार्म में क्या कोई विधआयक के हस्ताक्षर का अलग से कॉलम बना है तो अधिकारी ने बात टालते हुए कहा कि आप स्वयं जा कर विधायक से बात कर लें। इसी दौरान जब अधिकारी से पूछा गया की आपके पास कुल कितने टोके आएं हैं तो उन्होंने कहा कि इस बारे उन्हें कुछ नहीं पता। उसने कहा कि इस बैरे में उन्हें जानकारी कैसे हो सकती है, अब बात यह आती है कि जिस अधिकारी को यह मालूम नही की उसके कार्यालय में कितना सरकारी यंत्र तन्त्र है वो किस बात की नौकरी कर रहा होगा। इस दौरान मौजूद लोगों ने कहा कि भाजपा तो किसान हितैषी कार्य करती है तो अब उनका किसान के हित में खड़े होना कहां गया, अगर विधायक के हस्ताक्षरों से ही सारे काम होने हैं तो जगह-जगह कार्यालय भी क्यों खोल रखे हैं, अब तक तो इनको बंद कर देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि बिना विधायक के आम आदमी का कोई काम नहीं हो सकता क्योंकि जनता के प्रतिनिधि भारत के संविधान का मजाक उड़ा रहे हैं तथा अपना ही संविधान बना कर चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन मंत्रियों के राजनीतिक खेलों के चलते जहां आम व्यक्ति परेशान हो कर पंखे से झूल रहा है तो कोई रेल की पटरी पर अपनी जान दे रहा है। और इन नेताओं पर कोई असर नहीं होता सभी अपनी सियासती रोटियां सेकने में लगे हुए हैं। इस दौरान डिप्टी डायरेक्टर को सूचित किया गया तो उन्होंने कहा कि अगर हमारे अधिकारी द्वारा इस तरह का रवैया अपनाया गया है तो वह जरूर इसकी जांच करवाएंगे, अगर इसमें सच्चाई हुई तो इस संबंधई कार्रवाई की जाएगी। इस बारे में विधायक से फोन पर संपर्क किया गया परंतु उनसे कोई बात नहीं हो सकी।