श्रीमद् भागवत कथा श्रवण मात्र से परमानंद की होती है प्राप्ति: कृष्ण शास्त्री

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: पुष्पिंदर। श्री नंद अन्नपूर्णा मंदिर चैरिटेबल सोसायटी द्वारा खानपुरी गेट एकता नगर स्थित अन्नपूर्णा मंदिर में श्री रुद्र चण्डी महायज्ञ के तीसरे दिन का शुभारंभ हरिद्वार वाले आचार्य राजिंदर प्रसाद ने पूजन अर्चन करवाकर किया। उन्होंने बताया कि यज्ञ भारतीय संस्कृति का प्रतीक है। हिंदु धर्म में जितना महत्व यज्ञ को दिया गया है, उतना ओर किसी को नहीं दिया गया। हमारा कोई भी शुभ कार्य इसके बिन पूरा नहीं होता। रुद्र चंडी महायज्ञ के तीसरे दिन के मुख्य यजमान राम कृष्ण देव ठाकुर जी एवं सुमन ठाकुर जी थे।

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सोसायटी प्रधान रमेश चंद्र अग्रवाल, महासचिव तरसेम मोदगिल, कोषाध्यक्ष सुभाष अग्रवाल ने संयुक्त तौर पर बताया कि ब्रह्मऋषि श्री नंद किशोर शास्त्री जी के आर्शीवाद से मंदिर प्रांगण में श्री मद्भागवत ज्ञान रस का भी शुभारंभ कथा व्यास भागवत भूषण श्री अतुल कृष्ण शास्त्री जी (बरसाने वाले) ने किया। इस दौरान अतुल कृष्ण शास्त्री जी ने पहले दिन कथा का शुभारंभ करते कहा कि श्रीमद् भागवत भगवान श्री राधा गोबिंद का कृपामय स्वरुप है व कल्याण मार्ग को प्रशस्त करने वाली है।

श्री मद् भागवत कथा के श्रवण-मनन और चिंतन से जीवन के हृदय में प्रेम भक्ति का संचार होता है व विशेष रुप से कलिकाल के प्रभाव से जीवमुक्त होकर परमानंद को सहज ही प्राप्त कर लेता है। भागवत केवल कथा मात्र नहीं है अपितु भागवत मानव से उसकी स्वंय की पहचान करवाने वाला अद्भुत शास्त्र है। इस दौरान तरसेम मोदगिल, रमेश अग्रवाल, सुभाष अग्रवाल, संजीव अरोड़ा, राजिंदर मोदगिल, राम कृष्ण देव, विकास सिंगला, दविंदर वालिया, रमेश गंभीर, शुभम सिंगला, निखिल सिंगला, अशोक कुमार, बृज बिहारी, शुभम, नील मोदगिल सहित गणमान्य शामिल थे।

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