हमीरपुर (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: रजनीश शर्मा। हमीरपुर के वार्ड नंबर 7 व हाउसिंग बोर्ड कालोनी में सडक़ पर ही कूड़े के ढेर को आग लगाई जा रही है। नगर परिषद हमीरपुर द्वारा खुले में कूड़ा-कचरा जलाने पर रोक लगाने के बावजूद लोगों ने प्रशासन को नियमों को अनदेखा किया है जिसके कारण जगह-जगह कूड़ा-कचरा खुले में जलाया जा रहा है।
ठेके पर तैनात सफाई कर्मचारी कचरे के साथ ही पालीथीन को भी आग के हवाले कर रहे हैं। जाहिर है यह गैर कानूनी कार्य जहरीली गैस का कारण बन रहा है। लोगों का कहना है कि नगर परिषद के सफाई कर्मी नियमित रुप से कचरा नहीं उठाते, इसीलिए कचरा जला दिया जा रहा है। लेकिन, हकीकत यह है कि खुलेआम रिहायशी इलाकों में पॉलीथीन युक्त कचरे को जलाने से लोगों की सेहत पर असर पड़ रहा है। इससे कैंसर सहित कई घातक बीमारियों की चपेट में आने का खतरा बना रहता है।
नियमित कूड़ा न उठाने के कारण आबादी वाले क्षेत्र में कूड़ा जलाए जाने से वातावरण में घातक रासायनिक गैस फैल रही है। इससे साफ है कि निगम द्वारा न तो रोजाना कचरे को उठाया जा रहा है और न ही उसका बेहतर प्रबंधन किया जा रहा है। प्रदेश सरकार ने पूरे राज्य में ही पॉलीथीन को बैन कर दिया। इसके बावजूद अभी भी बाजार में खुलेआम पॉलीथीन का यूज हो रहा है। खुले में कूड़ा कचरा जलाने का विरोध वार्ड नंबर 7 के निवासियों कर्नल चेत राम चौहान, वीरेंद्र ठाकुर, मनोज कुमार, संगीता, पृथी चंद इत्यादि ने जताया है।
इस बारे में नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी विनोद कुमार ने कहा कि खुले में कचरा जलाना गलत है। ऐसा करने से पर्यावरण को भी नुकसान पहुंच रहा है। उन्होंने कहा कि नगर परिषद ने सफाई व्यवस्था बेहतर करने के लिए ही डोर-टू-डोर कचरा उठाने की व्यवस्था की है। खुले में कूड़ा जलाने वालों पर कार्यवाई की जाएगी।