61 राष्ट्रीय तथा राज्य पुरुस्कार विजेता अध्यापकों संबंधी पुस्तक ’’पंजाब के रोशन चिराग’’ की रिलीज

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। अलायंस कल्ब इंटरनैशनल डिस्ट्रिक-119 तथा निक्कियां करुंबलां प्रकाशन की तरफ से 61 राष्ट्रीय तथा राज्य पुरुस्कार विजेता अध्यापकों संबंधी पुस्तक ’’पजाब के रोशन चिराग’’ रिलीज समारोह स्थानीय होटल शिराज रिजैंसी में एडवोकेट एस.पी. राणा, डा. एम. जमील बाली, मोहन सिंह लेहल, प्रिंसीपल परविन्द्र सिंह, प्रोफैसर बलदेव सिंह बल्ली, अमरीक सिंह तलवंडी, डा. परमजीत सिंह कलसी तथा अशोक पुरी की अध्यक्षता में किया गया। जिसके मुख्यातिथी प्रवासी भारतीय पत्रकार तथा साहित्यकार एस. अशोक भौरा थे।

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’’पंजाब के रोशन चिराग’ पंजाबी में छपने वाली पंजाब के कौमी तथा कौमांतरी स्तर पर शानदार कार्य करने वाले पंजाब के अध्यापकों के बारे पहली खोज भरपूर पुस्तक है, यह विचार कौमी तथा राज्य पुरस्कार विजेता अध्यापक तथा शिरोमणि साहित्यकार अमरीक सिंह तलवंडी ने व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि बलजिंद्र मान साहित्य का वो हीरा हैं जो खुद एक दृढ़ लगन वाला अध्यापक तथा साहित्यकार बनकर समाज के अंधेरे को पिछले तीन दशकों से रोशन कर रहा है।

इस अवसर पर समारोह की अध्यक्षता करते जिला शिक्षा अधिकारी सेकेंडरी मोहन सिंह लेहल ने कहा कि साहित्य सृजना से मान ने बाल साहित्य तथा शिक्षा के क्षेत्र में संदली पैड़े डाली हैं, जिनसे प्रेरणा लेकर हमारे अध्यापक और बच्चे शानदार प्राप्तियां करने के योग्य बनेंगे। मुख्यातिथी के तौर पर उपस्थित एस. अशोक भोरा ने मान की सृजना प्रक्रिया में शामिल उसकी ’’अर्धांगिनी’’ मनजीत कौर मान की ’’देन’’ की खूब सरहाना की। उन्होंने कहा कि आज यह बालों का चहेता साहित्यकार ही नही बल्कि साहित्यकारों तथा बाल कलाकारों को एक मंच मुहैय्या करवाने वाला नि:स्वार्थी तथा आत्मविश्वासी इंसान है। उन्होंने आज तक जितने भी कार्य किये हैं उनके स्तर को कायम रखा है। आल इंडिया स्टेट एंड नैशनल अवार्डी एसोसिएशन प्रसन्नता के प्रधान ने विशेष रुप से भाग लेते हुए कहा कि एसोसिएशन द्वारा इस कार्य को पूरे भारत के अतिरिक्त देश-विदेश में पहुंचाने के लिए उपाय किये जायेंगे। इस प्रोग्राम के प्रोजैक्ट चेयरमैन सोमेश कुमार वी.डी.जी.-2, पुष्पिन्द्र शर्मा वी.डी.जी-3 तथा संयोजक बग्गा सिंह आर्टिस्ट थे।

इस अवसर पर विरासती वस्तुओं की संभाल के लिए अमृृतसर के शीतल सिंह शौंकी, कुलवंत कौर प्रीत, दलजीत सिंह अजनोहा, परमिंद्र कुमार तथा इंद्रजीत सिंह को विशेष रूप से सम्मानित किया गया। पुस्तक ’’पंजाब के रौशन चिराग’’ के ऊपर दस्तावेज पेश करते हुए प्रो. बलवीर कौर रीहल ने पुस्तक को एक इतिहासिक दस्तावेज बताया व इस पुस्तक में उपयोग की गई बोली की प्रशंसा की तथा पुरस्कार विजेताओं की विभिन्न प्रकार की प्राप्तियों पर भी रोशनी डाली।

इस अवसर पर हाजिर हुए राष्ट्रीय तथा राज्य पुरुस्कार विजेता अध्यापकों अमरीक सिंह तलवंडी, डा. परमजीत सिंह कलसी, तजिंदर कुमार, विजय कुमार, सुरेश कुमारी, इंदिरा, सुखचैन सिंह, अवतार सिंह लंगेरी, जगदीश सिंह, अमनप्रीत सिंह, दीपक कुमार वशिष्ट, नरिंद्र कुमार अरोड़ा आदि का मान-सम्मान भी किया गया। प्रिं. विजय कुमार नंगल, प्रो. बलदेव सिंह बल्ली, ऐडवोकेट एस.पी. राणा, डा. जे. ऐस. बाली ने कहा कि निक्कियां करुम्बलां के संपादन तथा प्रकाशन के साथ बलजिंदर मान ने बाल साहित्य जगत में एतिहासिक मील के पत्थर स्थापित किये हैं। अब यह केवल एक ही पंजाबी बाल पत्रिका, बाल साहित्य तथा सांस्कृति की संभ्रांतवादी (अग्रणी) है जो 24 वर्षों से लगातार प्रकाशित की जा रही है।

इस अवसर पर मशहूर साहित्यकारों, अध्यापकों तथा विद्यार्थियों के अलावा प्रिं. डिंपल शर्मा, कुलवंत कौर प्रीत, सुखदेव कौर चमक, मदन शर्मा, प्रिं. सरवण राम भाटिया, बग्गा सिंह आर्टिस्ट, इंजी. कुलविंदर सिंह, पम्मी खुशहालपुरी, संदीप कपूर, परमिंदर कुमार, संदीप कपूर तथा गगन कुमार के साथ यह कार्यक्रम यादगारी बन गया।

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