होशियारपुर(द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: जतिंदर प्रिंस। सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज की अपार कृपा से संत निरंकारी सत्संग भवन होशियारपुर में जोनल स्तर का बाल समागम करवाया गया। इसमें पठानकोट जोन की लगभग सभी ब्राचों के बच्चों ने हिस्सा लिया। इस समागम में 500 से अधिक बच्चों ने भाग लिया। इस दौरान विभिन्न रूपों में धार्मिक शब्द गायन, कविताएं, स्किट तथा सम्पूर्ण हरदेव वाणी के शब्द गायन करके सतगुरु का संदेश साध संगत तक पहुंचाने का यत्न किया, जिनमें मानवता तथा धर्म के फर्जों के प्रति इंसान को चेतन किया। कवि दरबार में हिस्सा ले रहे बच्चों ने जीवन व भक्ति में मर्यादा के विषय को मुख्य रखा। इस मौके पर सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज का आर्शीवाद देने के लिए विशेष रूप से अमृतसर से महात्मा रोहित खन्ना पहुंचे, जिन्होंने अपने शब्दों में कहा कि बच्चों को उनकी संगत का बहुत असर होता है।
बच्चे जो देखते है, सुनते है, वहीं अपने जीवन में अपनाते है। सत्संग से जुडऩे वाले बच्चों के जीवन में गुरमत आती है, वहीं गुरमत का असर उनके घरों में देखने को मिलता है। यदि यह बच्चे सत्संग से दूर हो जाएं तो उनके जीवन में भी मनमत आ जाती है, जो कि हमारे परिवारिक तथा समाजिक जीवन के लिए ठीक नहीं। रोहित खन्ना ने कहा कि इंसान के जीवन में जो भी तन, मन व धन के मुख्य साधन है, यह सब निरंकार प्रभु का दिया हुआ है। इंसान को हमेशा इस बात का अहसास रखना चाहिए। इनका अहंकार नहीं करना चाहिए। इस संसार पर हमेशा के लिए कोई नहीं रह सकता है, जैसा कोई इंसान दूसरे के लिए करता है, वैसा ही उसे भरना पड़ता है। इंसान को सत्संग से जुडक़र अपने जीवन में मायापति को प्राथमिकता देनी चाहिए न कि माया को। माया इंसान की आखों पर पट्टी बांध देती है तथा इंसान को सही मार्ग से भटका देती है। हमेशा ही इंसान को गुरमत तथा गुरु की साधसंगत को पहल देनी चाहिए।
अंत में जोनल इंचार्ज महात्मा ए.एल.शर्मा व मुखी बहन सुभद्रा देवी ने आए हुए बच्चों व अन्य सदस्यों का धन्यवाद किया। इस अवसर पर संचालक बाल किशन, शिक्षक देविंदर वोहरा, योगराज पटवारी, निर्मल दास, सुरजीत कुमार विपन, बख्शी सिंह, अमृत मोहन, अमित धवन, बहन अनुराधा, सरबजीत, बहन नीरजा, मनजीत, भावना, पल्लवी, तमन्ना, प्रिया सुशील, सिमरतपाल कौर, संयोजक गढ़शंकर महात्मा कवि दत्त तथा क्षेत्रीय संचालक महात्मा सरूप सिंह व अन्य उपस्थित थे।