होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: मुक्ता वालिया। पंजाब सरकार की तरफ से आम लोगों को मूलभूत सुविधाएं देने के लिए तो बड़े-बड़े दावे किये जाते है लेकिन, हकीकत कुछ और ही बयां करती है। रात के समय जिला हैडक्वाटर के सिविल अस्पताल में मरीजों को दवाईयां न मिलने के कारण भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। सिविल अस्पताल में रैडक्रास का बंद पड़ा मैडीकल स्टोर मरीजों को मुंह चिड़ाता है।
उक्त बातों का प्रगटावा नई सोच वैल्फेयर सोसायटी के संस्थापक अश्वनी गैंद व अन्य पदाधिकारियों के शिष्टमंडल ने जिलाधीश को दिये मांग पत्र के बाद किया। नई सोच वैल्फेयर सोसायटी के संस्थापक अश्वनी गैंद ने बताया कि उन्होंने जिलाधीश को एक मांग पत्र देकर मांग की है कि रात के समय सिविल अस्पताल में भर्ती मरीज के परिजनों को दवाईयां लेने के लिए भारी परेशानी होती है और रात को बहुत भटकने के बाद ही दवाईयां नसीब होती है। उन्होंने बताया सिविल अस्पताल में रैड क्रास का मैडीकल स्टोर है जिसे पूरी रात खुला रखने की अपील की थी ताकि मरीजों के परिजनों को रात के समय परेशानी न हो।
-नई सोच वैल्फेयर सोसायटी के पदाधिकारियों ने जिलाधीश को ज्ञापन सौंप हकीकत से करवाया अवगत
शिष्टमंडल ने जिलाधीश ईशा कालिया को बताया कि रात 11 बजे के बाद सिविल अस्पताल के आस-पास व पूरे शहर में कोई मैडिकल स्टोर खुला नहीं होता। जिसके कारण अपातकालीन स्थिती में मरीजों के परिजनों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। उन्होंने बताया कई बार तो ऐसे केस भी देखने को मिले है जिनकी सही समय पर दवाई उपलब्ध न होने पर मरीजों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ता है। उन्होंने कहा अगर प्राईवेट अस्पतालों के मैडीकल स्टोर में दवाईयों का पूरा प्रबंध है तो सिविल अस्पताल में ऐसी व्यवस्था क्यों नहीं की जा सकती।
उन्होंने बताया सिविल अस्पताल में रैड क्रास द्वारा मैडीकल स्टोर चलाया जाता था जिसमें मरीजों के परिजनों को 24 घंटे दवाईयां मिलती थी लेकिन लंबे समय से रैड क्रास ने ये स्टोर बंद कर दिया है। उन्होंने रैड क्रास के मैडीकल स्टोर को दोबारा शुरू करने की मांग की। उन्होंने कहा कि सिविल अस्पताल में मैडीकल स्टोर के 24 घंटे खुलना तथा वहां दवाईयां मिलना यकीनी बनाया जाए।
इसके अलावा सिविल अस्पताल की सफाई व्यवस्था का भी ध्यान रखा जाए। श्री गैंद ने कहा कि ज्यादा तक लोग प्राईवेट अस्पतालों का खर्च नहीं उठा सकते इसलिए सिविल अस्पताल में ही ऐसी सुविधा उपलब्ध करवाई जाए ताकि मरीजों को प्राईवेट अस्पताल जाने की नौबत ही न आए। इस दौरान उनके साथ अशोक सैनी, राजेश शर्मा, नीरज गैंद, अनूप शर्मा, सुमन शर्मा, पवन कुमार, राजीव कुमार, हरीश गुप्ता हैप्पी भी मौजूद थे।