होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: गुरजीत सोनू। नई सोच वैल्फेयर सोसायटी के संस्थापक अध्यक्ष अश्विनी गैंद द्वारा गांव में आने वाली समस्याओं और विकास कार्य करवाने संबंधी एक मांग पत्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पूर्व कैबिनेट मंत्री तीक्षण सूद के नेतृत्व में केंद्रीय राज्यमंत्री सोम प्रकाश को सौंपा गया। इस अवसर पर श्री गैंद ने केंद्रीय राज्यमंत्री सोम प्रकाश से कहा कि गांवों तथा शहरों में लावारिस गऊ धन से किसानों तथा आम जनता परेशान है। इसका स्थाई हल निकालने के लिए सरकार को कड़े कदम उठाने चाहिए। अश्विनी गैंद ने कहा कि पंजाब सरकार इस मामले में कोई गंभीर कदम नहीं उठा रही और लावारिस पशुओं द्वारा लगातार किसानों की फसलों का तथा राहगीरों को नुकसान पहुंचाने का सिलसिला जारी है। जिसके लिए लोगों को अपनी जान-माल का नुक्सान भी उठाना पड़ रहा है, लेकिन प्रशासन इसकी तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा।
उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा 2016 में गाय माता को बचाने के लिए एक नई मुहिम की शुरुआत की थी और अकाली भाजपा सरकार ने उस समय के मुख्यमंत्री के सलाहकार भाजपा नेता तीक्षण सूद को इस मुहिम की जिम्मेवारी सौंपी थी और इसके तहत ही अलग से एक गाय टैक्स (काउ सेस) वसलूने का फैसला किया। पंजाब सरकार ने इस कर गौ सेवा अभियान में लगाने का फैसला लिया था और पूरे पंजाब में 27 के करीब सरकारी गऊशालाओं (कैंटल पाऊड) का निर्माण करवाया था ताकि काऊसेस का पैसा गऊ सेवा मिशन के लिए ही प्रयोग किया जाए। पंजाब की सभी गऊशालाओं के बिजली बिल एवं सेल टैक्स माफ करवाए थे।
गऊसेवा के लिए इक्ट्ठे किए जा रहे काउसेस के सही उपयोग के लिए पंजाब सरकार को निर्देशित करें केंद्र सरकार : अश्विनी गैंद
सरकारी गऊशालाओं में चारे और गऊ माता की देख-रेख के लिए रैगूलर फंडों का इंतजाम किया गया था, लेकिन जब से पंजाब में कांग्रेस सरकार बनी है तभी से इन गऊशालाओं को एक रुपए तक का फंड नहीं आया और लावारिस गऊ धन सडक़ों पर घूम रहा है। अश्विनी गैंद ने केंद्र सरकार से मांग की कि अकाली भाजपा द्वारा जो वर्ष 2016 में जो गऊ सेवा के अभियान की शुरुआत की गई थी, उसको पुन: लागू किया जाए ताकि लावारिस गऊधन की संभाल हो सके और हादसे में होने वाले नुकसान से राहगीरों को बचाया जा सके। इस मौके पर सोम प्रकाश द्वारा आश्वासन दिया गया कि यह एक गंभीर मामला है इसके प्रति जल्द से जल्द कार्य किया जाएगा।
इस मौके पर जिला अध्यक्ष विजय पठानिया, महासचिव विनोद परमार, पार्षद निपुण शर्मा, पार्षद अशोक कुमार, सुरिंदर भट्टी, शिव कुमार, अशोक सैनी, नीरज गैंद, सोनू टंडन, संजू अरोड़ा, रामदेव यादव, यशपाल शर्मा, प्रवीण वालिया, संजीव सैनी आदि मौजूद थे।