होशियारपुर(द स्टैलर न्यूज़)। रामगढिय़ा सिख आर्गेनाइजेशन इंडिया की तरफ से साहिबजादा बाबा फतेह सिंह जी तरना दल बजवाड़ा के सहयोग से श्री गुरू नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व को समर्पित भाई लालो जी के जन्मअवसर पर आलोकिक नगर कीर्तन गुरूद्वारा सिंघ सभा छावनी निहंग सिंहां बजवाड़ा से निकाला गया। यह नगर कीर्तन पांच प्यारों के साथ श्री गुरू नानक देव जी के जन्मस्थान गुरूद्वारा श्री बेर साहिब सुलतानपुर लोधी पहुंचकर संपूर्ण हुआ।
इस दौरान बाबा गुरदेव सिंह द्वारा अरदास करने उपरांत जयघोषों से इस नगर कीर्तन को आरंभ किया गया जिसमें इलाके की संगत ने बड़ी संख्या में भाग लिया तथा श्री गुरू नानक देव जी के वंश से बाबा सरबजोत सिंह बेदी तथा संत महापुरूषों ने भी मुख्यतौर पर शामिल होकर हाजिरी लगवाई। इस मौके पर बाबा गुरदेव सिंह व राष्ट्रीय प्रधान हरदेव सिंह कौंसिल ने बताया कि यह नगर कीर्तन विभिन्न नगरों, कस्बों तथा शहरों से होता हुआ गुरूद्वारा बेर साहिब सुलतानपुर लोधी में संपूर्ण हुआ।
विभिन्न- विभिन्न गांवों शहरों, नगरों, कस्बों आदि से गुजरते हुए नगर कीर्तन का नगर निवासियों ने स्वागती गेट बनाकर तथा संगतों के लिए लंगर का प्रबंध करके स्वागत किया। इस दौरान अलग-अलग इलाकों की संगतों ने गुरू ग्रंथ साहिब जी के समक्ष नतमस्तक होकर आशीर्वाद लिया। इस मौके पर बड़ी संख्या में शामिल संगतों ने गुरूवाणी का जप करते हुए सुलतानपुर लोधी तक अपनी यात्रा को पूरा किया। संत महापुरूषों ने भी श्री गुरू नानक देव जी के जीवन पर प्रकाश डाला तथा भाई लालो जी के जीवन संबंधी भी जानकारी दी। इस दौरान महापुरूषों ने श्रद्धालुओं को गुरू जी की शिक्षाओं के साथ जोड़ा व उनपर चलने का आह्वान किया।
इस नगर कीर्तन में अजीत सिंह बासी, बाबा बलवीर सिंह टिब्बा साहिब, बाबा गुरदेव सिंह बुड्ढा दल, पूर्व केन्द्रीय राज्य मंत्री विजय सांपला, संजीव तलवाड़, कुलदीप सिंह खांबा, बिक्रमजीत सिंह कलसी, कशमीर सिंह गीगनोवाल, सतवंत सिंह सियाण, मलकीत सिंह मरवाहा, प्रदेश प्रधान हरजीत सिंह मठारू, रणधीर सिंह भारज, हरजिंदर सिंह विरदी, मनप्रीत सिंह रैहसी, हरमीत सिंह भोगल, जगजीत सिंह भोगल, सुखदीप सिंह भच्चू, रविंदर सिंह चड्डा, परमजीत सिंह कल्याण, भाई कंवरपाल सिंह, राजदीप सिंह बडला, दलजीत सिंह, जसविंदर सिंह खांबा, बलवीर सिंह सोहल, अमरजीत सिंह आसी, अमरजीत सिंह सिहरा, गुरसेवक सिंह, इकनाम सिंह कौंसिल, राजू सिंह आदि संगतों ने हाजिरी लगवाई।