होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। सिटरस एस्टेट होशियारपुर का जनरल अधिवेशन छावनी कलां में हुआ, जिसमें डा. जसपाल सिंह ने आए हुए सदस्यों का स्वागत करते हुए सिटरस एस्टेट होशियारपुर संबंधी जानकारी दी। इस मौके पर कुलवंत सिंह छावनी कलां ने सिटरस एस्टेट की वर्ष 2018-19 की आडिट रिपोर्ट पेश की। जिसे सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति के साथ स्वीकार किया। उन्होंने बताया कि इस वर्ष दौरान सिटरस एस्टेट ने कीड़ेमार दवाईयां, खाद्य तथा फिरामौन ट्रैपस की कितनी सेल की तथा कितने बागवानों ने किराए पर दिए जाने वाले संदों से लाभ उठाया है।
इस मौके पर भगवंत सिंह ने बागवानों से अपील करते हुए कहा कि वह अपनी पैदावार बढ़ा कर ही बागों की फसल में अधिक मुनाफा कमा सकते हैं तथा उनकी तरफ से सिटरस की नई और वैराइटियां लगाने के लिए भी सुझाव दिया गया। इसके उपरांत डा. शैली बागबानी विकास अधिकारी (कीट विज्ञान) ने निंबू प्रजाती के कीड़े मकोड़ों की रोकथाम के लिए जानकारी दी। डा. तरनजीत सिंह चाहल ने पंजाब खेतीबाड़ी यूनिवर्सिटी के जल्लोवाल की नर्सरी में उपलब्ध विभिन्न किस्मों के पौधों की किस्म तथा मूल्य संबंधी जानकारी दी। अंत में डा. गुरिंदर सिंह बाजवा चेयरमैन-कम-सी.ई.ओ. सिटरस अस्टेट होशियारपुर ने आए हुए सभी सदस्यों का धन्यवाद किया तथा बताया कि किस प्रकार बागबान अपने खर्चे कम करके लाभ कमा सकते हैं।
उन्होंने बताया कि बायोफर्टिलाइजर प्रौजेक्ट की बिल्डिंग बनकर तैयार हो चुकी है तथा इसमें बायोफर्टिलाइजर बनाने का काम इस वर्ष ही शुरू कर दिया जाएगा। इस बैठक में डा. जसविंदर सिंह, डा. दलजीत कौर, जतिंदर सिंह लाली बाजवा, हरमनजीत सिंह रंधावा, बिक्रमजीत सिंह रंधावा, हरमनजीत सिंह थिआड़ा, वरिंदर सिंह परहार, जगदीश सिंह ढिल्लों, हरप्रीत सिंह ढिल्लों, अमरदीप सिंह बाजवा, जसविंदर सिंह टोना, सुरजीत सिंह भुंगरनी, गुरनाम सिंह, बलदेव सिंह, सुरजीत सिंह कांगड़, राजिंदर सिंह, बलजिंदर सिंह, पंकज कुमार, रछपाल सिंह, राजवंत सिंह, जगदीप सिंह तथा बड़ी संख्या में सिट्रस अस्टेट के बागबान उपस्थित थे।