जम्मू/राजौरी(द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: अनिल भारद्वाज। इस्लाम धर्म के पैगंबर हजरत मोहम्मद के जन्मदिन के उपलक्ष्य पर रविवार को ईद मिलाद-उन-नबी के पर्व को देश के अलग-अलग राज्यों सहित केंद्र शासित राज्य जम्मू-कश्मीर में भी पैगंबर हजरत मोहम्मद का जन्मउत्सव धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। प्रशासन द्वारा सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए थे। सिख, हिन्दू, ईसाइ सभी धर्मों के लोगों ने गले मिल पर्व की मुबारकबाद दी और अमन, शांति व भाईचारे का संदेश दिया। सीमावर्ती जिला राजौरी व जिला पुंछ में भी मिलाद-उन-नबी का पर्व जोश व उत्साह के साथ मनाया गया।
जेकेपी, आरएएफ, सीआरपीएफ, इंडियन तिब्बत पुलिस बल के जवानों को पर्व के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था पर तैनात किया गया था। स्वास्थ्य विभाग की एम्बुलेंस व अग्निशमन वाहन भी टीम के साथ विशेष कार्यक्रम स्थल के समीप खड़ी थी। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने भी ईदगाह में पहुंचकर शुभकामनाएं दी। सीमावर्ती जिला राजौरी में इस अवसर पर शहर के विभिन्न क्षेत्रों से भारी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने जुलूस में भाग लिया। जुलूस की शकल में लोग राजौरी पहुंचे। शहर के पलमा, नगरोटा, बडून, ढांगरी, फतेहपुर, चौधरी नड़ आदि इलाकों से होते हुए लोग शहर के ईदगाह मैदान पहुंचे।
धार्मिक जुलूस में बच्चे व महिलाओं ने भी बढ़चढ़ कर भाग लिया। हाथों में धार्मिक झंडे लिए और धार्मिक नारेबाजी करते हुए लोग ईदगाह में जमा होने लगे। इसी बीच शहर की तालाब वाली मस्जिद से मुख्य जुलूस भी शहर के मुख्य बाजारों से होते हुए ईदगाह मैदान पहुंचा। ईदगाह मैदान में मौलानाओं ने जनसभा को संबोधित करते हुए पैगंबर हजरत मोहम्मद के जीवन पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में मध्यप्रदेश से आए मौलाना आमीन कादरी मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित रहे और अल्लाह के बताए नेक रास्ते पर चलने के लिए सभी को प्रेरित किया।
मौलाना कादरी ने लोगों को हजरत मोहम्मद द्वारा आपसी प्रेम और भाईचारे को बनाए रखने के संदेश पर चलने के लिए कहा। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वह हजरत मोहम्मद के बताए मार्ग पर चल पैगंबर के संदेश को फैलाएं। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था के कड़े बंदोबस्त देखने को मिले।