होशियारपुर(द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: जतिंदर प्रिंस। अगर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ दोबारा मामला दर्ज न किया तो मैं मरणव्रत पर बैठूंगा। मुझे व मेरे परिवारिक सदस्यों को उक्त आरोपियों से भय है कि कहीं वो मेरे व मेरे परिवार के साथ कोई अनहोनी न कर दें। वहीं पुलिस भी उक्त आरोपियों साथ दे रही है। जिसका ताजा उदाहरण पहले पुलिस के डीएसपी ने कोर्ट में उक्त आरोपियों के खिलाफ हलफिया ब्यान देकर कबूला था कि ये जिन दो आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया है वो ठीक है। लेकिन इस हलफिया ब्यान के बाद पुलिस के वो ही डीएसपी दोबारा इंक्वायरी के नाम पर मामले के उक्त दोनों आरोपियों का नाम केस से बाहर निकाल रहे है और अब कह रहे है जो उन्होंने किया वो बिल्कुल सही किया। उक्त बात होशियारपुर प्रैस क्लब में आयोजित पत्रकारवार्ता दौरान उजय पाल पुत्र दविंदर सिंह निवासी ढोलवाल ने कही।
इस अवसर पर उसकी माता दलजीत कौर, पिता दविंदर सिंह रिटार्यड सरकारी कर्मी, अनिल बाघा, विकास हंस, मंदीप सिंह कलसी, कौंसलर ध्यान चंद ध्याना, एडवोकेट धरमिंदर दादरा, विशाल आदिया, अमनदीप सिंह, नरिंदर नेहरू भी मौजूद थे। उजय पाल उर्फ लक्की ने बताया कि वह फगवाड़ा रोड सतनाम अस्पताल के पास रैडीमेड गारमेंट की दुकान करता है। उसने बताया 5 नवंबर 2019 को वह रोजाना की तरह अपनी आई-20 कार पर अपनी दुकान पर सुबह करीब पौने 9 बजे आया और कार दुकान के बाहर खड़ी कर दी। इस दौरान एक बाईक पर तीन युवक आये और उन्होंने उसकी कार की तोड़ फोड़ की और उसने भाग कर किसी तरह अपनी जान बचाई थी। जिसके बाद उसने पुलिस को घटना संबंधी पूरे सबूत दिये और पुलिस ने फगवाड़ा के दो युवकों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। मामले के बाद उक्त आरोपियों की तरफ से राजीनामा करने का दबाव बनाया जा रहा था जब उन्होंने नुकसान का मुआवजा देने व माफी मांगने की बात की तो उक्त आरोपियों ने दोबारा उनके साथ कोई बात नहीं की।
उन्होंने बताया इसके बाद माननीय हाई कोर्ट में डीएसपी सिटी जगदीश राज अत्री ने हलफिया ब्यान दिया और जिसमें उन्होंने उक्त दोनों को आरोपी बताया था। लेकिन अब उक्त आरोपियों द्वारा एसएसपी होशियारपुर के पास दोबारा मामले की जांच करवाने के लिए कहा था। जिसकी इंक्वायरी दोबारा डीएसपी जगदीश राज अत्री के पास आ गई, अब उन्होंने दोनों को क्लीन चिट दे दी। इसके अलावा एक अन्य केस में भी उन्होंने दोनों को क्लीन चिट दे दी। जिसके बाद पुलिस की भूमिका पर उन्हें संदेह हो रहा है। उन्होंने कहा अगर पुलिस उक्त आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें काबू नहीं करती तो वह मरणव्रत पर बैठेगा।
जब इस संबंध में डीएसपी सिटी जगदीश राज अत्री से बात की तो उन्होंने कहा जब पहले हाईकोर्ट में जबाव दिया था तो फाईल देखकर दिया था। जिसके बाद उक्त लोगों ने एसएसपी होशियारपुर के पास दोबारा इंवायरी के लिए आवेदन किया था जिसके बाद जांच की गई तो दोनों युवक इनोसेंट निकले।