होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। स्कूलों में सामाजिक एवं धार्मिक या राजनीतिक संस्थाओं द्वारा जरुरतमंद बच्चों को सहायता सामग्री प्रदान किए जाने की फोटो को समाचारपत्रों में प्रकाशित करने एवं उसे सोशल मीडिया पर डालने पर रोक लगाकर सराहनीय कार्य किया है। जिसका सभी संस्थाओं को स्वागत करना चाहिए। यह बात बजरंग दल सेना पंजाब के अध्यक्ष मुकेश सूरी ने कही। सूरी ने कहा कि अगर किसी बच्चे के माता-पिता आर्थिक रुप से कमजोर भी हों तो वे भी अपने बच्चे को हर खुशी व जरुरत की चीज लेकर देने का प्रयास करते हैं। लेकिन कई बार स्थिति इसके अनुकूल नहीं होती और मां-बाप चाह कर भी बच्चे की जरुरत को पूरा नहीं कर पाते। जिसके चलते वह सरकार द्वारा प्रदान की जा रही मुफ्त शिक्षा एवं दोपहर के खाने की सुविधा तो प्राप्त करता है, मगर बाकी जरुरतों से वंचित रह जाता है।
ऐसे बच्चों की मदद के लिए कई संस्थाएं स्कूल पहुंचकर बच्चों को सामग्री भेंट करती हैं तथा उसकी फोटो बच्चों के साथ खींचकर उसे समाचारपत्रों एवं सोशल मीडिया पर डालती हैं। हालांकि बच्चों को सामग्री भेंट करने वाली संस्था का उद्देश्य किसी को नीचा दिखाना या उनमें हीन भावना का संचार करना नहीं होता, फिर भी कई बार बच्चे के मन में आ जाता है कि उसने दान की वस्तु ली व साथ बच्चे भी उसका मजाक उड़ाते हैं। ऐसे में बच्चे व उसके माता-पिता के स्वाभिमान को भी ठेस पहुंचती है। हमारे धार्मिक शास्त्रों में भी बताया गया है कि एक हाथ से दान करो तो दूसरे हाथ को पता न चले। इसलिए अगर कोई संस्था स्कूल में जाकर बच्चों को कोई वस्तु भेंट करती है तो उसकी फोटो अपने रिकार्ड के लिए रखे, पर समाचारपत्रों एवं सोशल मीडिया पर उसे वायरल न करे।
बच्चों के स्वाभिमान को ठेस न पहुंचे इसके लिए सरकार द्वारा बच्चों की फोटो प्रकाशित न किए जाने संबंधी जो फैसला लिया है उसका सभी को स्वागत करना चाहिए। मुकेश सूरी ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों से अपील की कि वे इस फैसले को लागू करवाने हेतु स्कूल मुखियों को विशेष हिदायतें जारी करें। इसके साथ ही संस्थाओं से भी अपील की जाती है कि वे भी बच्चों को सामग्री भेंट करन उपरांत कोई भी फोटो वायरल न करें व समाचारपत्रों व सोशल मीडिया पर न डालें।