होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। करणी सेना के लक्की ठाकुर द्वारा शिव सेना नेता रणजीत राणा द्वारा करणी सेना के बारे में कही गई बात पर कड़ा संज्ञान लेते हुए बयान जारी किया गया था। जिसके जवाब में रणजीत राणा ने भी बयान जारी करते हुए तीखा प्रहार किया है। जिसके चलते हिन्दु समाज की रक्षा एवं आवाज बुलंद करने वाली संस्थाओं के बीच छिड़ी बहस के कारण एक नई ही चर्चा आम होने लगी है। अब यह देखना होगा कि शहर की कौन सी संस्था या पार्टी इस चर्चा पर विराम लगने के लिए आगे आती है।
आज यहां जारी बयान में रणजीत राणा ने कहा कि जिस दिन सी.ए.ए. के विरोध में खालीस्तान समर्थकों व कुछेक अन्य संगठनों ने शहर को बंद करवाने का आह्वान किया तो भाजपा से मिलकर लक्की ठाकुर ने इसका विरोध किया और सिटी थाने के बाहर पुलिस की मौजुदगी में दोनों ने चन्द सुर्खियां बटोरने की खातिर एक दुसरे के खिलाफ नारेबाजी की वो तो ठीक थी। परन्तु, खालिस्तानी समर्थक खालिस्तान के हक में नारे लगाकर दहशत का माहौल बनाते रहे और हमारे शेर लक्की ठाकुर पुलिस के पीछे दुबके रहे उनके चुप रहने से पूरे हिन्दू समाज को शर्मिंदा होना पड़ा। बयान देने से पहले लक्की ठाकुर को शिवसेना का इतिहास जान लेना चाहिए था कि जब भी देश विरोधी ताकतों ने हिन्दू समाज को डराने की कोशिश की तो हमने डटकर मुकाबला किया, जिस कारण आंतकवादियों से सहानुभूति रखने वाली सरकारों ने हमारे ऊपर कई मुकद्दमें दर्ज करके अत्याचार किए, जेलों में बन्द किया गया।
परन्तु, हमने हिन्दू समाज का नाम खराब नहीं होने दिया और हां भाजपा के उकसाने पर लक्की ठाकुर को देश भक्ति का सर्टीफिकेट बांटने का कोई अधिकार नहीं है। रणजीत राणा ने कहा कि इन्होंने खालिस्तान समर्थकों से मैच फिक्सिंग करके ही शहर में भय का माहौल पैदा किया ताकि यह लोग इस घटना का राजनीतीक फायदा ले सकें। शहर में इस बात की चर्चा है कि अगर यह सच्चे देशभक्त थे तो इन्होंने खालिस्तान के समर्थन में नारे लगाने वालों पर मुकद्दमां दर्ज क्यों नहीं करवाया। क्यों, चुपचाप दुबक कर बैठ गए और हां करणी सेना देश की आन बान शान है लक्की ठाकुर को ऐसे काम नहीं करने चाहिए जिससे इस वीर बलिदानी पार्टी का नाम खराब हो। रणजीत राणा ने कहा कि महाराष्ट्र में शिवसेना ने जनता को बिजली, पानी और बुनियादी सहूलतें दिलवाने के लिए सरकार बनाई है, किसी को उस पर उंगली उठाने का हक नहीं है।