गोपियों का मनोरथ पूरा करने के लिए भगवान ने शरद पूर्णीमा को की थी महारास: डा. महेश

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। श्रीमद्भागवत प्रचार एवं गौसेवा समिति होशियारपुर की तरफ से गोपाल मंदिर में करवाई जा रही कथा के छठे दिन कथा करते हुए डा. महेश गोस्वामी जी महाराज भागवत भूषण ने महारास प्रसंग सुनाकर भक्तों को भावविभोर कर दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि गोपियां अपनी देह से नहीं बल्कि अपने मन से महारास में गईं। कन्हैया ने गोपियों का मनोरथ पूर्ण करने का वचन दिया था। शरद पूर्णीमा के दिन इसलिए गोपियों ने ठाकुर जी से प्रार्थना की थी कि वे उनकी मनोकामना पूर्ण करें। भगवान को महारास करता देख भगवान शंकर जी भी माता पार्वती से आज्ञा लेकर भगवान संग रास करने के लिए धरती लोक में पधारे थे।

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महाराज श्री ने कथा दौरान कंस मर्दन, जरासंध युद्ध और काल यवन का मरन राजा मुचकंद के द्वारा करवाया। इसके बाद ठाकुर जी द्वारिका जी में विराजमान हुए। ऊधर रुकमणि जी ने अपने मन की बात एक पाती पर लिखकर अपने पुरोहित के माध्यम से ठाकुर जी तक पहुंचाई। ठाकुर जी ने रुकमणि जी से कहा कि वह एक दिन जरुर आएंगे। जब रुकमणि जी देवी पूजन के लिए मंदिर में गईं तो वहीं ठाकुर जी के साथ द्वारिका पहुंच गईं। जहां पर विधिविधान के साथ ठाकुर जी और रुकणि जी का विवाह हुआ। इस दौरान भगवान कृष्ण एवं रुकमणि जी के विवाह से संबंधित आकर्षक झांकी भी पेश की गई।

इस अवसर पर मुख्य यजमान के तौर पर अर्जन दास बांसल व मीना बांसल तथा यजमान के तौर पर रमेश गर्ग व ऊषा रानी ने पूजा अर्चना की।

इस मौके पर प्रधान राजेश बांसल, सचिव राजन सरीन, कोषाध्यक्ष दविंदर सरीन, चेयरमैन संजीव अरोड़ा, सतीश बांसल, सुरेश बांसल, उमेश गुप्ता, संजीव शर्मा, रमेश गुप्ता, राजेश सरीन, राजीव शर्मा, तरसेम मोदगिल, दीपक धीर, धीरज सेठी, सेठ नरेश अग्रवाल, नरिंदर मोहन, बलविंदर सिंह, साहिल अग्रवाल, गौरव गुप्ता, कृष्णा देवी अग्रवाल, विकास धीर, सुदेश शर्मा, आशा ठाकुर, कमल सरीन, ऊषा बजाज, पूजा बांसल, दीपक शर्मा, रमेश गर्ग, अमित नागपाल, सचिन गर्ग, कपिल शर्मा, सोमनाथ, पारस सिंगला, रमेश अग्रवाल, नरेश गुप्ता, तरसेम मोदगिल व मनोहर लाल आदि मौजूद थे।

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