होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: गुरजीत सोनू। जत्थेदार दलजीत सिंह सोढी माहिलपुर द्वारा हर वर्ष की तरह अपनी समर्था अनुसार बस स्टैंड माहिलपुर में होल्ले महल्ले के संबंध में लंगर लगाकर संगतों को बाणी और बाणे के साथ जुडऩे का संदेश दिया जा रहा है। इस मौके पर उन्होंने कहा कि सिख धर्म में लंगर की विशेष महत्ता है, गुरू साहिब द्वारा शुरु की गई इस परंपरा अनुसार समाज का हर व्यक्ति बिना किसी भेदभाव से पंगत में बैठकर लंगर ग्रहण करता है और लंगर में सेवा करने वाले श्रद्धालु अपने हाथों से सेवा करके गुरू घर की खुशिया प्राप्त करती है।
उन्होंने कहा कि दसवें पातशाह श्री गुरु गोबिंद सिंह महाराज जी ने सिंहों में जोश भरने के लिए होल्ले महल्ले का यह पवित्र त्योहार शुरू किया था। उन्होंने कहा कि श्री गुरु गोबिंद सिंह महाराज जी द्वारा खालसा पंथ की सृजना करके और त्योहारों को नए ढंग के साथ पेश करके मनुष्य को वहम-भरमों में बाहर निकलने, जात-पात को त्यागने विवेकशील व श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी की वाणि से जुडऩे का संदेश दिया।
इस अवसर पर परमिंदर सिंह, सुष्मा देवी, आशा देवी, कमलेश, भुपिंदर सिंह, सीमा, कमलजीत, कोमल, बिंदर, शरीफां, हिमायू, सतनाम सिंह व सदीमा आदि मौजूद थे।