होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए पंजाब सरकार द्वारा लगाए गए करफ्यू के दौरान डेयरी फार्मरों को कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। चारा व फीड न मिलने से पशुओं के आगे भूखों मरने की नौबत आ गई है। क्योंकि, डेयरी फार्मर एकाध दिन का ही चारा खरीदते हैं और फीड की पूर्ति भी रोजाना की मांग पर करते हैं। लेकिन अचानक ऐसे हालात पौदा होने से डेयरी फार्मरों के पशुओं के भूखों मरने की नौबत आ गई है तथा ऐसे में प्रशासन का यह फर्ज बनता है कि वे अन्य व्यवस्थाओं के साथ-साथ पशु पालकों को राहत देते हुए पशुओं के लिए चारे और फीड आदि का प्रबंध करे तथा पशु चिकित्सकों की भी व्यवस्था सुनिश्चित बनाए।
यह मांग डेयरी यूनियन होशियारपुर के सदस्यों ने की। इस मौके पर यूनियन के पूर्व अध्यक्ष राकेश सिंह, राम सरुप, चंद्र शेखर, देसराज, कमल, राज कुमार, सुखदेव व बब्बू आदि ने कहा कि हम समझते हैं कि समस्या गंभीर है और इससे निपटने के लिए सभी का सहयोग जरुरी है। परन्तु इन हालातों में इन बेजुबानों का क्या कसूह है जो इन्हें भूखें मरने को मजबूर होना पड़े। अगर डेयरी फार्मरों के पशुओं को चारा मिलेगा तभी शहर में दूध की आपूर्ति को सुनिश्चित बनाए रखा जाएगा। अगर, ऐसा नहीं होता तो शहर में हाहाकार मच जाएगा, जिससे और भी कई प्रकार की समस्याएं पैदा होंगी।
इसलिए प्रशासन को चाहिए कि वे डेयरी फार्मरों के साथ बैठक करके इस समस्या के हल के लिए प्रबंध करे और यूनियन के आश्वस्त किया जाए कि चारा न्यूनतम दाम पर मिलेगा और फीड आदि की भी कोई कमी नहीं आएगी। अगर प्रशासन इस मामले को गंभीरता से नहीं लेता तो दूध की सप्लाई प्रभावित होगी।