मुकेरियां (द स्टैलर न्यूज़)। कफ्र्यू के दौरान जरूरतमंदों लोगों को पास बनाने के प्रशासनिक अधिकारियों से मिलना मुश्किल हो गया है। आज लगभग 3 घंटे तक बारिश में एसडीएम कार्यालय के गेट के बाहर करीब एक दर्जन लोग जरूरी कार्य के लिए पास बनाने के लिए बारिश में भीगते रहे। परंतु तहसील काम्प्लेक्स के गेटमैन ने प्रशासनिक अधिकारी के निर्देश का हवाला देते हुए गेट खोलने से मना कर दिया।
मीडिया कर्मियों द्वारा मौके पर मौजूद जरूरतमंदो की फोटो खींचे जाने के बाद एसडीएम बाहर आए। इस समय मीडिया से बात करते हुए गांव के देवीदास लखविंदर सिंह ने कहा निर्धारित मेडिकल स्टोर के माध्यम से उनकी मां की दवा उपलब्ध नहीं होने के चलते एसडीएम कार्यालय से संपर्क किया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं होने पर उन्होंने एक पुलिसकर्मी के रिश्तेदार की मदद से जालंधर दवाई मंगवाई।
इसी तरह राजिंदर मोहन वासी तलवाड़ा ने कहा कि चंडीगढ़ दवाई लेने जाना है उसके मैडिकल पास के लिए सुबह से खड़े है लेकिन प्रसाशन ने 3 घंटे बीत जाने पर भी अभी तक पास जारी नहीं किया, नरेश मसीह ने कहा कि उनकी बेटी जालंधर नर्सिंग कर रही है संस्थान बंद होने के कारण जालंधर में रुकी हुई है और उसे लाने के लिए उसे एसडीएम से अनुमति लेनी थी। कश्मीर से शाल और कंबल बेचने आए एक व्यक्ति ने कहा कि उसके 6 सहयोगी मुकेरियां में और 9 हाजीपुर में फंसे हुए हैं और भुखमरी से पीडि़त हैं और परिवार से दूर बैठे है।
उन्हें वापस जाने के लिए एक पास की आवश्यकता है, लेकिन एसडीएम को सुबह10 से मिलने की अनुमति नहीं दी जा रही है।एक सब्जी वाले ने कहा कि हमने जमीन ठेके पर लेकर सब्ज़ी लगा रखी है सब्ज़ी मंडी में नहीं पहुंच रही इसलिए सब्जी खराब हो रही थी, जिसकी एसडीएम के पास की आवश्यकता है। इसी तरह, कई मरीज के रिश्तेदार थे जिन्हें जालंधर और होशियारपुर से दवाएँ लानी थी। जब पीडि़त लोगों ने मीडिया कर्मियों को फोन करना शुरू किया, तो एसडीएम करीब 12.15 बजे बाहर आए और वे फोन सुन-सुन कर परेशान होने का हवाला देने लगे। उन्होंने मीडिया कर्मियों को सलाह दी कि वे स्वयं आकर उनकी मदद करें, लेकिन शायद प्रशासनिक अधिकारी यह भूल गए कि इस कार्य के अधिकार उन्हें दिए गए हैं।
लोगों उच्च अधिकारियो से मांग की कि वह लापरवाही करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए और जरूरतमंदों को पास जारी करने की प्रक्रिया को सरल बनाया जाए, से बचाव के लिए हमें सरकारी निर्देशों का पालन करते हुए एक-दूसरे से सम्पर्क में नहीं आना चाहिए। इससे बचाव का एक यही कारगर तरिका है। अपने आप को बचा कर रखते हुए मास्क पहनना चाहिए अपने हाथों को साबुन तथा सेनिटाइजऱ से लगातार साफ़ करना चाहिए। इस दौरान अस्पताल स्टाफ भी मौजूद था