होशियारपुर(द स्टैलर न्यूज़)। कोविड-19 के प्रभाव को रोकने के लिए लगाए गए कफ्र्यू के दौरान जिला प्रशासन की ओर से जहां प्रवासी मजदूरों को सुविधाएं प्रदान करने के लिए पुख्ता प्रबंध किए गए हैं, वहीं राधा स्वामी सत्संग घर के सहयोग से जम्मू-कश्मीर से संबंधित व्यक्तियों की रिहायश व खाने का भी विशेष प्रबंध किया गया है। इस संबंधी जानकारी देते हुए डिप्टी कमिश्नर अपनीत रियात ने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से प्रवासी मजदूरों को किसी प्रकार की दिक्कत नहीं आने दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि कफ्र्यू लगने के दौरान भ_ों, उद्योगों व राइस शैलरों व अन्य अलग-अलग व्यवसायिक संस्थानों से तुरंत संपर्क कर हिदायत की गई है कि प्रवासी मजदूरों की जिम्मेदारी सुचारु ढंग से निभाई जाए। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से जमीनी स्तर पर भी चैक किया जा रहा है, ताकि अलग-अलग व्यवसायिक संस्थानों में काम कर रहे प्रवासी मजदूरों को किसी भी प्रकार की दिक्कत का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि व्यवसायिक संस्थानों के अलावा जहां कहीं भी प्रवासी मजदूर रह रहे हैं, वहीं अलग-अलग संस्थानों के सहयोग से जरुरी वस्तुएं मुहैया करवाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि नए बन रहे ज्यूडिशियल कांप्लेक्स में करीब 180 मजदूर काम कर रहे हैं व इनको एस.डी.एम. होशियारपुर अमित महाजन की ओर से फूड पैकेट मुहैया करवा दिए गए हैं।
अपनीत रियात ने कहा कि सहायक श्रम कमिश्नर की ओर से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार होशियारपुर 33, गढ़शंकर 25, दसूहा 30, मुकेरियां 8 सहित 96 भ चल रहे हैं, जहां 4375 प्रवासी मजदूर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसी तरह होशियारपुर 4, गढ़शंकर 4 व मुकेरियां में 16 सहित कुल 24 राइस शैलर चल रहे हैं, जहां 245 प्रवासी मजदूर काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि होशियारपुर 388, गढ़शंकर 26, दसूहा 31 व मुकेरियां 44 सहित 489 उद्योगों में 6360 प्रवासी मजदूर काम कर रहे हैं।
उन्होंने संबंधित व्यापारिक संस्थानों को हिदायत करते हुए कहा कि प्रवासी मजदूरों के लिए उनके रहने वाले स्थान पर ही जरुरी वस्तुएं आदि का प्रबंध किया जाए, ताकि उनको किसी भी तरह की दिक्कत का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि प्रवासी मजदूरों की जिम्मेदारी उक्त अलग-अलग व्यवसायिक संगठनों की ही होगी व मालिक इनका न तो वेतन काटेगा न ही किराया लेगा। इसके अलावा लेबर को बाहर भी नहीं निकाला जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि मकान मालिक की ओर से मजदूरों के रहने वाले स्थान को खाली करने के लिए मजबूर किया गया, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि जम्मू-कश्मीर से संबंधित जिले में पहुंचे 107 व्यक्तियों की रिहायश के लिए प्रबंध करवाया गया है। उन्होंने कहा कि राधा स्वामी सत्संग घर टांडा में 56 व सत्संग घर डेरा राधा स्वामी ब्यास, गांव पलाकी(मुकेरियां) में 51 व्यक्तियों को ठहराया गया है। उन्होंने कहा कि राधा स्वामी सत्संग घर के सहयोग से इनके लिए खाने के अलावा सामाजिक दूरी यकीनी बनाया गया है। इसके अलावा इनका एस.डी.एम. दसूहा ज्योति बाला व एस.डी.एम. मुकेरियां अशोक कुमार के नेतृत्व में मैडिकल भी करवाया जा चुका है।