गढ़शंकर(द स्टैलर न्यूज़)। लॉकडाऊन से पहले गढ़शंकर के कोरोना हॉटस्पाट बने मोरांवाली गांव के 16 व्यक्ति महाराष्ट्र के नंदेड़ साहिब में माथा टेकने गए
थे, जो मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के प्रयास से कल 25 अप्रैल को देर सायं वापिस लौट आए हैं। उन्होंने आज सुबह मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह व पूर्व विधायक लव कुमार गोल्डी का उन्हें वापिस पंजाब लाने के लिए धन्यवाद किया। इस मौके पर सभी गांव वासियों ने उनका कुशलक्षेम जाना तथा ग्राम पंचायत ने भी गांववासियों के वापिस आने पर पंजाब सरकार का धन्यवाद किया।
गांव मोरांवाली के 16 व्यक्ति रणजीत कौर पत्नी सतनाम सिंह, नवदीप सिंह पुत्र सतनाम सिंह, रमनप्रीत पत्नी नवदीप सिंह, जसप्रीत सिंह पुत्र सतनाम सिंह, जसविंदर कौर पत्नी जसविंदर सिंह परमजीत कौर पत्नी तरसेम सिंह, कुलवीर कौर फनी सबरजीत सिंह, सुखविंदर कौर पत्नी सुखविंदर सिंह, हरकीरत कौर पुत्री सुखविंदर सिंह, मनिंद्र कौर पुत्री तरसेम सिंह, हरजिंदर सिंह पुत्र मलकियत सिंह, बलजिंदर सिंह पुत्र मलकियत सिंह, जगजोत सिंह पुत्र सुखविंदर सिंह, अकाशदीप सिंह पुत्र गुरजीत सिंह, दविंद्र सिंह पुत्र सुरजीत सिंह तथा जीवन सिंह पुत्र अमरीक सिंह सभी निवासी 18 मार्च को मोरांवाली से टैम्पों ट्रैवलर में नादेंड़ साहिब (महाराष्ट्र) माथा टेकने गए थे तो लॉकडाऊन हो जाने की वजह से वह वहीं फंस गए और पंजाब सरकार की मदद से वहां से कल रात वापिस घर लौट आए हैं।
गांव के सरपंच मनजीत राम व पंचायत समिति गढ़शंकर की वाईस चैयरमेन सुनीता देवी ने बताया कि उन्होंने नंदेड़ साहिब माथा टेकने गए गांव के 16 लोगों को वापिस लाने के लिए पूर्व विधायक लव कुमार गोल्डी से प्रबंध करने का आग्रह किया था, जिसपर श्री गोल्डी ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से संपर्क किया। जिस वजह से संभव हो पाया है कि महाराष्ट्र में फंसे लोग वापिस पंजाब आ गए हैं। इस अवसर पर पंच बलजीत कौर, नीलम रानी, सुखविंदर सिंह, दर्शन राम, हरदियाल सिंह खालसा आदि मौजूद थे।