होशियारपुर(द स्टैलर न्यूज़)। पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय सांपला ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि आज पंजाब की अफसरशाही और सरकार में किसी भी स्तर पर तालमेल नहीं है। इसीलिए पंजाब सरकार के मंत्री और विधायक मुख्य सचिव के साथ बैठक करने से साफ इंकार कर रहे हैं। मुख्यमंत्री का विधायकों, मंत्रियों और अफसरशाही पर कोई कंट्रोल नहीं है जिस कारण पंजाब में अराजकता का माहौल है। जबकि लोकडाऊन के चलते पंजाब सरकार को मज़दूर, इंडस्ट्री, किसानी और आम लोगों की चिंता करनी चाहिए थी, लेकिन पंजाब सरकार को इस सब के स्थान पर शराब बेचने की चिंता अधिक है।
विजय सांपला ने कहा कि पंजाब की प्रत्येक समस्या का केवल एक ही समाधान है कि पंजाब के मुख्यमंत्री अपना पद छोड़ दें ताकि पंजाब का नेतृत्व कोई समझदार व्यक्ति करे। पंजाब के कांग्रेसी विधायक और मंत्रीगण मुख्य सचिव पंजाब पर 600 करोड़ रुपए के घपले की जांच की मांग कर रहे हैं, जबकि हकीकत यह है कि मुख्यमंत्री ने अपनी जिम्मेदारी ठीक ढंग से नहीं निभाई। पंजाब की जनता भी राज्य की स्थिति न संभाल पाने के लिए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को आरोपी मानती है। मुख्यमंत्री पंजाब समस्याओं के प्रति कभी भी गंभीर नहीं रहे। विजय सांपला ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह को एक बेवस मुख्यमंत्री वाली अपनी छवि बनने से पहले गलती मानते हुए त्यागपत्र दे देना चाहिए।