भारतीय सेना ने बचाई मासूम जानें, जरा सी लापरवाही से जा सकती थी कईयों की जान

जम्मू/राजौरी (द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: अनिल भारद्वाज। पूरी दुनिया कोरोना-वायरस की मार झेल रही है, इस महामारी के बीच पूरी दुनिया पर संकट छाया हुआ है। लेकिन कायर पकिस्तान है के अपनी हरक़तों से बाज़ नहीं आ रहा और लगातार लाइन ऑफ कंट्रोल (नियंत्रण सीमा रेखा व आईबी (इंटरनेशनल बॉर्डर) के पास रहने वाले लोगों को अपना निशाना बनता जा रहा है। पाकिस्तान की नापाक हरकतों से जहां सीमा के पास बसे रिहायशी इलाकों के किसान व आम लोग दुखी हैं वहीं सेना व बीएसएफ के जवान परेशानी झेलनी के साथ पाकिस्तान को करारा जवाब दे रहे हैं।

Advertisements

– 10 फीट नीचे मिले बंब को 6 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद सेना के जांबाज जवानों ने किया नष्ट, पाकिस्तान द्वारा फेंका गया था गोला

पाकिस्तान भारत-पाक नियंत्रण रेखा के साथ सटे रिहायशी गांवों व सेना की अग्रिम पोस्टों पर छोटे बड़े हथियारों से निशाना बना रहा है। जब उसका मन नहीं भरता तो वह 120 व 180 एमएम के मोर्टार शैल व अन्य गोले दागने में देरी नहीं करता। बता दें कि पिछले दिनों रमजान माह में भी पाकिस्तान ने भारतीय मुस्लिम भाईयों को सही तरह से नमाज पढऩे व सरगी और रोजा इफ्तार में खलल डालने में पीछे नहीं रहा। पाकिस्तान ने गोलाबारी की रेंज को बढ़ा कर भारत-पाक नियत्रंण सीमा के गांव, कस्बे पर 120 व 180 एमएम के मोर्टार शैल दागे थे जिसमें से कईं बार जिंदा शैल जमीं दोज हो गए व कुछ खेतों में जिंदा बरामद किए। लोगों में काफी दहशत देखने को मिली जिस वजह से कईं सीमावर्ती किसान लोग गेंहू की फसल कटाई नहीं कर सके। पाकिस्तान के डर के मारे कईं जमीनें बंजर हो चुकी है। जहां तक कि लोग मवेशियों को खेतों व चारागाई में ले जाने से डरते हैं। लोगों का कहना होता है के क्या पता पाकिस्तान द्वारा गिराया गया जिंदा बम्ब पड़ा हो और हमारा नुकसान हो जाये और कईं बार जानमाल का नुकसान भी हुआ है। चंद दिन पहले राजौरी के नोशहरा के सीमावर्ती गांवों के खेत मे बड़ा जिंदा बम्ब किसान को मिला था।
पिछले दिनों भिम्बर गली (बीजी), मंजाकोट, केरनी, मेंढर, कृष्णा घाटी, केरी, नोशहरा सेक्टर में पाकिस्तान ने ताबड़तोड़ गोलाबारी में जिसका सेना ने मुंह तोड़ जवाब दिया पर कुछ जिंदे गोले आज किसानों व सेना के तलाशी दौरान मिल रहे हैं। कुछ दिन पहले पाकिस्तान द्वारा राजौरी व पुंछ जिले के माध्यम पड़ते बिजी, मंजाकोट सेक्टर के पास रहने वाले सीमावर्ती इलाको को निशाना बनाया और गोलबारी कि गई जिसके चलते एक जि़ंदा शैल गांवों में गिरा था जो उस समय फट नही सका और इसका खतरा पूरे गांव को था। तभी इस गांव के लोगों ने भारतीय सेना से संपर्क किया और भारतीय सेना ने आज अपनी जान पर खेल कर इस जि़ंदा मोर्टार शैल को करीब 6 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद जमीन के दस फीट अंदर से निकाल उसे निष्क्रिय (डिफ्यूज) किया और कई लोगो की क़ीमती जानो को बचाया और यह गांव दुश्मन देश की चंद दूरी पर था।
आपको बता दे लगबग करीब 6 घंटो तक भारतीय सेना के बम्ब निरोदक दस्ते ने कड़ी मशक्कत (मेहनत) में 10 फूट गड्डा कर पाकिस्तान द्वारा दागे गए 120 एमएम के मोटर को ढूंढ निकाला और इसे नष्ट किया, वही मीडिया से बात करते हुए गांव के सीमावर्ती क्षेत्र के स्थानीय लोगों ने बताया के पिछले कई दिनों से यह जि़ंदा शैल हमारे गांव के रास्ते में पड़ा हुआ था जो के पाकिस्तान द्वारा दागा गया था और यह कभी भी फट सकता था और एक बड़ा हादसा हो सकता था, लेकिन हमारी भारतीय सेना ने इसे निष्क्रिय कर हम लोगों की जानो को बचाया इसलिये हम भारतीय सेना का तय दिल से शुक्रिया अदा करते है। बतादें कि आए दिन पाकिस्तान संघर्ष विराम उल्लंघन करता ही रहता है। बड़ी मुश्किल से कोई दिन खाली जाता हो जब पाकिस्तान नापाक हरकत कर छोटे बड़े हथियारों का इस्तेमाल कर गोलाबारी न करता हो। जम्मू कश्मीर के सांबा, अखनूर, पुंछ, राजौरी के अंतर्गत भारतीय सेक्टरों के गांवों में बसे लोगों के लिए हर दिन रात युद्ध जैसे होते हैं। और हर दिन सीमावर्ती क्षेत्र में परेशानी से जूझ रहे भारतीय सेना, बीएसएफ को परिवार खुशी व लंबी उम्र की दुआ करते देखे जा सकते हैं। केंद्र सरकार से पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here