होशियारपुर(द स्टैलर न्यूज़)। पूर्व वरिष्ठ भाजपा नेता तीक्ष्ण सूद के कार्यालय से जारी प्रेस नोट में कहा गया है कि चीन तथा नेहरू गांधी परिवार में अवश्य ही कोई गुप्त समझौता चल रहा है। यह बात वह कोई शंका के आधार पर नहीं तथ्य और सूत्रों के आधार पर कह रहे हैं। श्री सूद ने कहा कि पंडित जवाहरलाल नेहरू के प्रधानमंत्री काल में हिंदी चीनी भाई-भाई के नारे लगाने वाले पंडित नेहरू के प्रधानमंत्री काल के दौरान ही चीन ने भारत पर हमला करा था तथा भारत की 23000 वर्ग मील भूमि पर कब्जा कर लिया था, परंतु नेहरू ने उसे वापस लेने की बजाय संसद में तर्क दिया था कि उस भूमि पर तो घास का तिनका भी पैदा नहीं होता।
डा. मनमोहन सिंह के समय जब सोनिया गांधी यूपीए की चेयरपर्सन थी तब भी 500 से अधिक बार चीन ने एलएसी का उल्लंघन किया परन्तु न उन्होंने उसका प्रतिरोध किया और न ही सीमा पर सडक़ बनाकर अपनी सुरक्षा को मजबूत करने की कोशिश की। हाल ही में चीनी सैनिकों द्वारा हमारे 20 सैनिकों को शहीद करने की घटना से पूरा राष्ट्र स्तब्ध तथा चीन पर जवाबी कार्रवाई की मांग चल रही थी तो राहुल गांधी के देश विरोधी ब्यानबाजी ने चीन को फायदा पहुंचाने का काम किया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी द्वारा चीन को समर्थन देना है, क्योंकि उनके पिता के नाम बनाई गई संस्था राजीव गांधी फाउंडेशन को चीन सरकार व चीन एंबेसी द्वारा $300000 चंदे की रकम जो बसूल हुई है। श्री सूद ने कहा कि गांधी फाउंडेशन के सभी लेनदेन की ईडी तथा सीबीआई द्वारा जांच करवाई जानी चाहिए, ताकि कांग्रेसी नेताओं का देशद्रोही चेहरा सामने आ सके।