होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। पूर्व मंत्री व वरिष्ठ भाजपा नेता तीक्ष्ण सूद के कार्यालय से जारी प्रेस नोट में श्री सूद तथा अन्य भाजपा नेताओं जिलाध्यक्ष निपुण शर्मा, पूर्व मेयर शिव सूद, विनोद परमार, सतीश बावा, विपुल वालिया, अखिल सूद, शिव कुमार काकू, अशोक कुमार एमसी ने कहा कि कोरोना संकट की घड़ी में जब लॉकडाउन तथा कफ्र्यू लगा हुआ था तो केंद्र की मोदी सरकार ने आपदा कोष से राशन देने के लिए राज्य सरकारों को खुली छूट प्रदान की थी तथा 40000 करोड़ से अधिक राशि का अनाज गरीबों में मुफ्त बांटने के लिए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत जारी किया ताकि लॉकडाउन के कारण बेरोजग़ार हुए गरीब तथा निम्न मध्यवर्गीय परिवार अनाज से अपना पेट पाल सके। अभी कोरोना के प्रकोप के लंबा बढऩे की संभावना को देखते हुए गत दिवस प्रधानमंत्री ने जो 90000 करोड़ के 6 महीने के लिए मुफ्त राशन देने की घोषणा की है उससे 80 करोड़ गरीब लोगों को हौसला मिला है जिनमें यह राशन बांटा जाना है।
कोरोना संकट से निपटने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रबंधों का दुनियाभर में गुणगान किया है। भाजपा नेताओं ने कहा कि उन्हें डर है कि पहले की तरह इस बार भी मुफ्त अनाज बांटने में घपलेबाजी ना हो, इसलिए सरकारी माध्यम से नीले कार्ड धारक तथा बिना नीले कार्ड वाले लोगों की सूचियां बनाई जाए तथा इस में सत्ताधारी राजनीतिक पार्टी कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं को बिल्कुल दखलअंदाजी ना करने दी जाए। उन्होंने कहा कि पहले ही गरीबों के अनाज में बहुत बड़ा घोटाला हो चुका है। केंद्र द्वारा भेजे गए मुफ्त अनाज को घरों में रखकर उसे बांटते समय खुलकर राजनीति खेली गई है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार गरीबों तथा जरूरतमंदों के प्रति अपना फर्ज अदा करने में बिल्कुल संवेदनहीन दिख रही है। लॉकडाउन के 4 महीने के लंबे समय में टेंपो चालक, धोबी, नाई, दर्जी, रिक्शा चालक ,खाने-पीने के सामान की रेहडिया लगाने वाले आदि रोज कमाने वाले लोगों ने ज्यादा कष्ट सहा है। पंजाब सरकार ने किसी का भी ख्याल नहीं रखा। उल्टा बड़े-बड़े बिजली के बिल, वाटर सप्लाई तथा सीवरेज के बिलों को माफ करने की बजाय कई नए टैक्स लगाकर भूखे मरते लोगों से क्रूर मजाक किया है। भाजपा नेताओं ने गरीब तथा निम्न मध्यवर्गीय लोगों के लिए पंजाब सरकार को उपरांत राहत पैकेज देने की मांग रखी है।