श्री सतगुरू भूरीवाले गुरगद्दी (गरीबदासी) परंपरा ने 43 गावों में जरुरतमंद परिवारों को वितरित किया राशन

गढ़शंकर (द स्टैलर न्यूज़)। श्री सतगुरू भूरीवालों गुरगद्दी (गरीबदासी) परंपरा दुारा मौजूदा गद्दीनशीन वेदांत आचार्य श्री सतगुरू चेतना नंद भूरीवालों के निर्देशों पर कोरोना माहामारी के चलते पंजाब में हिमाचल प्रदेश के विभिन्न गावों व शहरों में लगातार दिव्यागों, विधवाओं व जरूरतमंद परिवारों को राशान मुहैया करवाने की मुहिंम तहत गढ़शंकर सबडवीजन के बीत इलाके के 34 गावों सहित आज तक 43 गांवों में राशन वितरित किया जा चुका है। इससे पहले जिला नवांशहर के 238 गावों व बलाचैर, होशियारपुर व जिला रोपड़ के सैकड़ों गावों व शहरों में श्री सतगुरू भूरीवालों गुरगद्दी (गरीबदासी) परंपरा द्वारा राशन वितरण किया जा चुका है। राशन वितरण का काम अभी भी नियंत्रण जारी है।

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श्री सतगुरू भूरीवालों गुरगद्दी (गरीबदासी) परंपरा के मौजूदा गद्दीनशीन वेदांत आचार्य चेतना नंद जी की मौजूदगी में गढ़शंकर सबडवीजन में राशन वितरण का काम सतगुरू लालपुरी धाम भवानीपुर से गत महीने संक्रांति के शुभ अवसर पर एसडीएम गढ़शंकर हरबंस सिंह ने शुरू करवाया था, जो अव तक निरंतर जारी है। आज जीओजी टीम गढ़शंकर के सुपरवाइजर लखवीर सिंह ने बीत इलाके के सभी गांवों में राशन वितरण के काम बाद गढ़शंकर के कंडी क्षेत्र के गांवों में राशन वितरण करने के लिए गाड़ी को रवाना किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज लालपुरी धाम में आकर अपने आप को खुशनसीव समझता हूं क्योंकि महाराज जी का आर्शीवाद मिलना सौभाग्य की बात है। उन्होंने कहा कि श्री सतगुरू भूरीवालों गुरगद्दी (गरीबदासी) परंपरा दुारा समाज सेवा में राशान वितरण का काम इस संकट के समय में लगातार तीन महीने से लगातार किया जाना सराहनीय है।

वेदांत आचार्य चेतना नंद जी महाराज ने कहा कि संगत के सहयोग से लगातार सेवा का कार्य जारी है और इस कोरोना माहामारी के दौरान श्री सतगुरू भूरीवालों गुरगद्दी (गरीबदासी) परंपरा तहत कोशिश कर रही है कि हम हर दिव्यांग, विधवा व जरूरतमंद परिवार को भूखा नहीं सोने देंगे और जहां तक संभव हुआ या हमें पता चलता है कि राशन की जरूरत है, वहां तक राशन पहुंचाया जाएगा। इस समय उन्होंने संगत से धर्म के रास्ते चलते सेवा के काम में हमेशा जुटे रहने के लिए कहते हुए कहा कि इससे ही जीवन सफल होगा। इस मौके पर पूर्व सरपंच सतपाल, पूर्व सरपंच हुकम चंद, रामजी दास, मदन लाल जोशी व गढ़शंकर का जीओजी स्टाफ भी मौजूद था।

वातावारण को स्वच्छ बनाने के लिए बूटा प्रसाद: वेदांत आचार्य

चेतना नंद महाराज जी ने बताया कि गत वर्षो में तो हम संग्राद के अन्य अवसरों में वातावरण को साफ सुथरा बनाने के लिए पौदे वितरित करते थे। लेकिन इस कोरोना महामारी में भी हमने पौधे लगाने के लिए विभिन्न श्री सतगुरू भूरीवालों गुरगद्दी (गीबबदासी) परंपरा के धामों में आने वालों को पौधे दिए जा रहे और सभी को उन्हें लगाकर पुत्रों की तरह पालने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इस मुहिंम का नाम हमने बूटा प्रसाद रखा है।

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