पुलवामा हमले को अंजाम देने वाले आतंकियों के लिए 23 वर्षीय इंशा करती थी काम, गिरफ्तार

जम्मू (द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: अनिल भारद्वाज। पुलवामा हमले को अंजाम देने के लिए आतंकी गुट जैश ए मोहम्मद के चीफ मसूद अजहर के भतीजे उमर फारूक को इस आतंकी हमले को अंजाम देने के लिए पाकिस्तान में उसके बैंक खातों में 10 लाख रुपए इनाम के तौर पर मिले थे। जिसमें बीते वर्ष फरवरी 14 में सीआरपीएफ के 40 से अधिक जवान शहीद हो गए थे। जिसमें एक जवान जिला राजौरी के थान्नामंडी का निवासी था और उसके शहीद होने पर कभी आतंक का गढ़ रहा थन्नामंडी क्षेत्र भारत माता की जय, शहीद जवान अमर रहे के नारे से गूंज उठा था और इस पुलवामा हमले में एक 23 वर्षीय कश्मीरी लडक़ी थी जो आतंकियों का पूरा सहयोग करती थी। इस बात का खुलासा एनआईए ने अपनी चार्जशीट में किया और साथ ही खास बात तो यह रही कि एनआईए की चार्जशीट के खुलासे में पुलवामा हमले की जांच में गिरफ्तार अकेली लडक़ी ने पिछले साल इस घातक हमले को अंजाम देने वाले जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों को पकडऩे में अहम भूमिका निभाई थी।

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एनआईए का दावा है कि 23 वर्षीय इंशा जान मार्च में सुरक्षाबलों द्वारा कश्मीर में मारे गए पाकिस्तानी बम बनाने वाले मुख्य साजिशकर्ता मो. उमर फारूक के साथ शामिल थी। वह उसके साथ फोन और अन्य सोशल मीडिया साइट पर संपर्क में थी। एनआईए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने तेरह हजार पांच सौ पन्नों की चार्जशीट दायर करने के एक दिन बाद बताया हमने उनके बीच आदान-प्रदान किए गए कई मेसेज को प्राप्त किया है जो उनकी करीबी होने का प्रमाण देते हैं और हमने अपनी चार्जशीट में इसका उल्लेख किया है। एनआईए के मुताबिक इंशा जान के पिता तारिक पीर भी रिश्ते के बारे में जानते थे।

अधिकारी ने खुलासा किया इंशा जान का बाप तारिक पीर ने कथित तौर पर पुलवामा और उसके आसपास उमर फारूक व दो अन्य सहयोगियों को सुविधा मुहैया करवाई थी। पिता-पुत्री की जोड़ी ने उमर फारूक, समीर डार और हमले के तीन प्रमुख लोगों को (15 हमलों में) भोजन, आश्रय और अन्य रसद प्रदान की। आतंकवादी 2018 और 2019 के बीच कई बार दो से चार दिनों तक उनके घर रहे। बता दें 14 फरवरी को पुलवामा में एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से भरी कार को एक सुरक्षा काफिले में घुसाकर 40 से अधिक सैनिकों को मार डाला था। एनआईए का कहना है कि आदिल अहमद डार आत्मघाती हमलावर था। एनआईए की चार्जशीट में कहा गया है कि इंशा 26/11 हमलों के लिए भारत में एक आतंकी मास्टरमाइंड जैश-ए-मोहम्मद के चीफ मसूद अजहर के भतीजे उमर फारूक को सुरक्षाबलों की आंदोलन के बारे में सूचना देती थी। मसूद अजहर को पुलवामा आतंक के प्रमुख साजिशकर्ता के रूप में नामित किया गया है। एनआईए के आरोपपत्र में कहा गया है कि उमर फारूक ने 14 अप्रैल 2018 को चार अन्य आतंकवादियों के साथ भारत में घुसपैठ की।

– 23 वर्षीय इंशा जान के घर जाता था उमर फारूक

उमर फारूक इंशा जान के घर जाता था। एनआईए अपनी चार्जशीट में कहती है कि जैश द्वारा जारी किए गए वीडियो में हमले की जिम्मेदारी लेने का दावा किया गया था। वीडियो में समीर डार की आवाज़ है और फिदायीन आदिल डार (आत्मघाती हमलावर) को दिखाया गया है।

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