नई दिल्ली/अंबाला (द स्टैलर न्यूज़)।10 सितम्बर 2020 का दिन भारतीय वायुसेना के इतिहास में हमेशा के लिए दर्ज हो गया। क्योंकि आज मौका था भारतीय वायुसेना के बेड़े में लड़ाकू विमान राफेल का औपचारिक रूप में शामिल करने का। सर्व धर्म पूजा के बाद राफेल लड़ाकू विमान औपचारिक रूप से भारतीय वायुसेना में शामिल हो गया है। राफेल अंबाला एयरबेस पर 17 स्कवॉड्रन गोल्डन ऐरोज़ में शामिल किया गया है। गुरुवार को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और फ्रांस की रक्षामंत्री फ्लोंरेस पार्ले की मौजूदगी में राफेल वायुसेना में शामिल हुआ।
अंबाला एयरबेस पर राफेल लड़ाकू विमान को वाटर कैनन से सलामी दी गई। इस दौरान सभी 5 राफेल विमानों सलामी दी गई। फ्लाईपास्ट के शुरू होने के साथ ही 4.5 पीढ़ी का लड़ाकू विमान राफेल ने आसमान में करतब भी दिखाये। बता दें कि भारतीय वायुसेना में 5 राफेल लड़ाकू विमान शामिल हुए हैं। फ्रांस से खरीदे गए 5 आधुनिक फाइटर जेट राफेल भारत आने के 43 दिन बाद आज अम्बाला एयरफोर्स स्टेशन पर वायुसेना में शामिल कर लिए गए। इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, राफेल का भारतीय वायुसेना में शामिल होना पूरी दुनिया के लिए कड़ा संदेश है, खासकर उनके लिए जो हमारे हक पर नजर डाल रहे हैं। मैं वायुसेना के साथियों को बधाई देता हूं। हाल ही में एलएसी पर हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना के दौरान आपने जो तेजी और सतर्कता दिखाई, उससे आपके कमिटमेंट का पता चलता है।
वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने कहा, सुरक्षा की मौजूदा स्थिति को देखते हुए राफेल को शामिल करने का इससे अच्छा समय कोई और नहीं हो सकता था। इस दौरान हेलीकॉप्टर सारंग ने भी करतब दिखाए। रंग-बिरंगे हेलीकॉप्टर सारंग ने भी राफेल के भारतीय वायुसेना में शामिल होने का जश्न मनाया और अपना करतब दिखाया।
बतां दें की 29 जुलाई को फ्रांस से 5 राफेल विमान अंबाला के एयरफोर्स बेस में पहुंचे थे। इनमें तीन सिंगल सीटर और दो ट्विन सीटर जेट हैं। अंबाला एयरबेस में जगुआर और मिग-21 फाइटर जेट भी हैं। राफेल का दूसरा बैच अक्टूबर तक आने की उम्मीद है।