-भारत विकास परिषद ने सुकमा में शहीद हुए जवानों को दी भावभीनी श्रद्धांजलि-
होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। भारत विकास परिषद की तरफ से वार मैमोरियल पर पहुंच कर छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सलियों द्वारा सी.आर.पी.एफ. जवानों पर हमला करके शहीद किए गए जवानों को श्रद्धासुमन अर्पित किए गए। परिषद अध्यक्ष प्रसिद्ध समाज सेवी संजीव अरोड़ा की अगुवाई में संस्था सदस्यों ने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए भारत सरकार से आतंकवाद, नक्सलवाद और देश को तोडऩे की अन्य की जा रही कोशिशों से सख्ती के साथ निपटने की अपील की।
इस अवसर पर प्रधान संजीव अरोड़ा ने बताया कि उक्त हमले में शहीद होने वाले जवानों में भारत विकास परिषद के सदस्य एस.एस. कलसी के बहनोई इंस्पैक्टर कम कंपनी कमांडेंट रघुवीर सिंह निवासी बाबा बकाला भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि देश की एकता एवं अखण्ता के लिए बलिदान होने वाले इन शहीदों की शहादत कभी ज्या नहीं जाएगी, क्योंकि शहीदों की शहादत से प्रेरणा लेकर आज देश का हर नागरिक देश की खातिर अपने प्राणों की आहुति देने को तैयार बैठा है। संजीव अरोड़ा ने श्री कलसी के साथ शोक व्यक्त किया और कहा कि इस दुख व गर्व की घड़ी में सारा देश उनके साथ खड़ा है।
इस अवसर पर कर्नल विग एवं दीपक मेहंदीरत्ता ने जवानों को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि देश की खातिर शहीद होने वाले जवानों के परिवारों को कभी अकेलेपन का शिकार न होना पड़े इस बात का ध्यान रखना अब हमारा फर्ज है, क्योंकि देश की खातिर किसी ने अपना भाई,
बेटा, पति और पिता खोया है। इसलिए इन परिवारों के प्रति हमारा फर्ज व सम्मान और बढऩा चाहिए। शहीदों के प्रति सम्मान और श्रद्धांजलि प्रकट करते हुए राजिंदर मोदगिल एवं आज्ञापाल सिंह साहनी ने श्री कलसी के बहनोई के साथ-साथ समस्त शहीदों को नमन करते हुए भारत सरकार से अपील की कि वे देश की सेवा में लगे जवानों की सुरक्षा को पुख्ता करने के लिए भी नीतियां बनाए। उन्होंने कहा कि नक्सलवाद दीमक की तरह देश को खोखला कर रहा है, इसलिए अब समय आ चुका है कि हमें आए दिन हो रहीं घटनाओं से प्रेरणा लेकर इसके प्रति एक ऐसी पॉलिसी बनानी चाहिए, जिससे नक्सलवाद को जड़ से खत्म किया जा सके और इस पॉलिसी को राजनीकित दवाब से पूरी तरह से मुक्त रखा जाए। अगर सरकार ऐसा कोई कदम उठाती है तो पूरा देश उनके साथ खड़ा है। इस अवसर पर एच.के. नकड़ा, जगमीत सिंह सेठी, वरिंदरजीत सिंह, राज कुमार मलिक, तरसेम मोदगिल, कुलविंदर सिंह सचदेवा, कुलवंत सिंह पसरीचा, रिक्की सेतिया, संजीव खुराना, रविंदर भाटिया, विपन शर्मा, शाम सुन्दर नागपाल व अन्य सदस्य मौजूद थे।