प्रसिद्ध अदाकार सोनू सूद और समाज सेवी एसपीएस ओबराए का ‘स्पैशल ह्यूमनटेरियन एक्शन’ अवाडज़् के साथ सम्मान

चंडीगढ़ (द स्टैलर न्यूज़)। पंजाब के योजनाबंदी विभाग द्वारा स्थायी विकास लक्ष्यों (एस.डी.जी.) सम्बन्धी पुरस्कारों के विजेताओं का ऐलान किया गया। इस अवाडज़् समारोह की अध्यक्षता  मुख्य सचिव विनी महाजन ने की। संयुक्त राष्ट्रज़् विकास प्रोग्राम के सस्टेनएबल डिवैल्लपमैंट गोलज़ कोआरडीनेशन सैंटर (एस.डी.जी.सी.सी.) के सहयोग से करवाए गए इस समागम के दौरान विभिन्न श्रेणियों में 17 विजेताओं और दो विशेष ऐंटरियों का सम्मान किया गया। इस अवसर पर लाइव समारोह को संबोधित करते हुये, जिसमें 200 से अधिक व्यक्तियों ने हिस्सा लिया, मुख्य सचिव ने कहा कि स्थायी विकास लक्ष्यों सम्बन्धी पुरस्कार इस बात का प्रमाण हैं कि मुश्किल हालातों में भी साझे यतनों से क्या कुछ हासिल किया जा सकता है।

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उन्होंने आगे कहा कि सांसारिक अंतरराष्ट्रीय एजेंसियाँ जैसे कि संयुक्त राष्ट्र विकास प्रोग्राम या सरकारों की ही साजग़ार माहौल सृजन करने की जि़म्मेदारी नहीं बनती बल्कि समाज के लिए भी यह ज़रूरी है कि स्थायी विकास लक्ष्यों के सिद्धांतों को ध्यान में रखते हुये इस पर अमल किया जाये। संयुक्त राष्ट्र विकास प्रोग्राम के भारतीय प्रतिनिधि नाडिया राशिद ने स्थायी विकास लक्ष्यों (एस.डी.जीज़) की महत्ता संबंधी बात करते हुये कहा, ‘हम सामान्य की तरह कारोबार जारी नहीं रख सकते – स्थिर विकास लक्ष्यों की जल्द प्राप्ति के लिए हमें नवीनता, समाधान और नयी तकनीकों की ज़रूरत है।’ उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि मानवीय विकास सूचक अंक सम्बन्धी भारत में साल 2011 के बाद शानदार विकास हुआ है परन्तु कोविड -19 और तालाबन्दी ने इसमें रुकावट आई है, परन्तु यह स्थायी विकास लक्ष्य इस तरह की चुनौतियों के हल के लिए चिरस्थायी उपाय मुहैया करवाते हैं। जि़क्रयोग्य है कि स्थायी विकास लक्ष्यों सम्बन्धी यह पुरस्कार उन्हें सरकारी विभागों, एन.जी.ओज़., आम लोगों, कारपोरेटज़ को दिए गए हैं, जिन्होंने आथिज़्क तरक्की, सामाजिक उत्थान और कल्याण के लिए पहलकदमी, वातावरण स्थिरता, सभी को साथ लेकर चलने वाली भावना के अलावा एकीकरण, आपसी सांझ और साझे कामों में राज्य में स्थायी विकास के लिए यत्न किये हैं। एस.डी.जी.सी.सी. टीम की तरफ से इन अवाडोज़्ं के लिए आये नामांकनों को स्थायी विकास लक्ष्यों के मापदण्डों, पहलकदमी के प्रभाव, किये गये कायोज़्ं की प्रभावशीलता और सामथ्यज़् के आधार पर चयन किया और यह सूची विजेताओं के ऐलान के लिए बनाऐ गए 5 जजों के पैनल को सौंपी गई। जजों के पैनल की तरफ से 17 विजेताओं और दो विशेष ऐंटरियों का चयन किया गया।

बड़े स्तर पर सभी स्थायी विकास लक्ष्यों में योगदान डालने वालों को ‘स्पैशन ह्यूमनटेरियन एक्शन अवाडज़्’ के साथ सम्मानित किया गया। यह विशेष पुरस्कार प्रसिद्ध अदाकार सोनू सूद और दुबई के कारोबारी और समाज सेवी डा. एस.पी.एस. ओबराए (सरबत दा भला चैरिटेबल ट्रस्ट) को दिया गया। इकबाल शाह को तालाबन्दी के दौरान भोजन के वितरण के लिए व्यक्तिगत श्रेणी में ‘सभी को साथ लेकर चलने की भावना’ अवाडज़् के साथ सम्मानित किया गया। एन.जी.ओ. श्रेणी में यह अवाडज़् स्पीकिंग हैंडज़ फाउंडेशन को सुन में असमथज़् बच्चों के सशक्तिकरन के लिए किये कामों के लिए दिया गया। ‘आथिज़्क स्थिरता’ पुरस्कार एन.जी.ओ. श्रेणी में रैड्ड क्रॉस – इन्फोसिस पीजीआइ सराए को मरीज़ों और उनकी देखभाल करने वालों को शरण देने और ‘संवेदना’ को मुफ़्त ऐंबूलैस सेवाओं के लिए मिला।

यह अवाडज़् व्यक्तिगत श्रेणी में गुरदेव कौर दयोल को सांसारिक स्वै-सहायता समूह ‘फामज़्र प्रोड्यूसर आगेनज़इजेशन’ के लिए मिला। पंजाब स्टेट कौंसिल फॉर साईंस एंड टैकनोलोजी को पराली प्रबंधन प्रोग्राम के लिए वातावरण स्थिरता पुरस्कार गवनज़्मैंट श्रेणी में मिला और पंजाब रीन्यूएबल एनजीज़् सिस्टमज़ को धान की पराली से बायोमास ऊजाज़् सामग्री तैयार करने के लिए यह अवाडज़् उद्योग श्रेणी में मिला। इसी तरह डा. विशाल को ठोस कूड़ा ककज़्ट प्रबंधन के अध्ययन के लिए ‘वातावरण स्थिरता’ पुरस्कार व्यक्तिगत वगज़् और राऊंड ग्लास फाऊंंडेशन को यह पुरस्कार ‘प्लांट फॉर पंजाब पहल’ के लिए एनजीओ वगज़् में मिला। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग को हैपेटाईटस-सी प्रबंधन प्रोग्राम के लिए ‘सामाजिक उत्थान और कल्याण’ अवाडज़् गवनज़्मैंट श्रेणी में और साक्षी मूवल को यह पुरस्कार अपने संवाद प्रोग्राम के लिए व्यक्तिगत श्रेणी में मिला।

‘सामाजिक उत्थान और कल्याण’ पुरुस्कार इंडस्ट्री श्रेणी में इन्फोसिस को संरचना और पाठशाला पहलकदमियों के लिए मिला जबकि यही पुरस्कार मेहर बाबा चैरिटेबल ट्रस्ट को महिला सशक्तिकरन के लिए एन.जी.ओ. श्रेणी में मिला।’ एकीकरण, आपसी साझ, साझे कायज़् और संपूणज़् हल वाली पहुँच’ अवाडज़् नाबडज़् पंजाब को यू.जी.पी.एल. प्रोजैक्ट के लिए गवनज़्मैंट श्रेणी में दिया गया जबकि व्यक्तिगत श्रेणी में यह पुरस्कार कलगीधर ट्रस्ट को ग्रामीण शिक्षा में डाले योगदान के लिए दिया गया। एन.जी.ओ. श्रेणी में यह अवाडज़् सेवा भारत -पंजाब को महिला रोजग़ार उत्पत्ति के लिए दिया गया और इंडस्ट्री श्रेणी में यह अवाडज़् सीआईआई फाउंडेशन को फ़सलीय अवशेष के प्रबंधन के लिए दिया गया। इन अवाडज़् विजेताओं की सूची sdg-awards.com.  पर देखी जा सकती है। इस पुरस्कार समारोह में पंजाब योजनाबंदी विभाग के प्रमुख सचिव स. जसपाल सिंह, यू.एन.डी.पी. के रीजनल हैड (नॉथज़्) विकास वमाज़् और सेवामुक्त आई.ए.एस. (लेखक और प्रवक्ता) श्री विवेक अत्रे भी उपस्थित थे।

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