होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। कोरोना वायरस की टेस्टिंग के लिए अब अध्यापक वर्ग खुद आगे आ रहा है ताकि इससे समाज में यह संदेश जाए कि टेस्ट कराने में कोई दिक्कत नहीं है तथा इससे इस वायरस को फैलने से रोकने में मदद मिलती है। 19 अक्टूबर से पंजाब के सरकारी स्कूलों में अभिभावकों की सहमति से सरकारी स्कूलों में नौवीं से 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को आने की छूट दी गई है।
ऐसे में स्वास्थ्य विभाग टेस्टिंग के लिए लगातार आगे आ रहा है। इसी को देखते हुए अब अध्यापकों ने खुद आगे आकर स्वास्थ्य विभाग के साथ सहयोग करते हुए खुद करोना टेस्ट कराने का निर्णय लिया है। इसी के चलते सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल चौहाल के लेक्चरर संदीप कुमार सूद, लेक्चरर रजनी, शिक्षा सुधार कमेटी के सदस्य अंकुर शर्मा ने अपने साथियों सहित ईएसआई डिस्पेंसरी जाकर वहां उपस्थित स्वास्थ्य विभाग की हरप्रीत कौर से अपना कारोना टेस्ट करवाया। इन सभी अध्यापकों की रिपोर्ट नैगेटिव आई। इस दौरान डॉ हरप्रीत कौर ने कहा कि सभी को आगे आकर टेस्ट करवाने चाहिए ताकि इस बीमारी को शुरू से ही काबू किया जा सके। उन्होंने कहा कि टेस्ट निशुल्क किए जा रहे हैं। स्कूल प्रिंसिपल इंदिरा रानी ने कहा की स्टाफ तथा बच्चों की सेहत का पूरा ध्यान रखा जा रहा है।
इसी तरह सी एच सी हारटा बड़ला की टीम ने डॉक्टर बलजीत तथा निशा शर्मा के नेतृत्व में सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल शेरगढ़ में जाकर प्रिंसिपल राजन अरोड़ा की देखरेख में अध्यापकों का करोना टेस्ट किया। इस मौके पर प्रिंसिपल राजन अरोड़ा ने कहा कि अध्यापकों तथा बच्चों के स्वास्थ्य की सुरक्षा को हर हाल में यकीनी बनाया जाएगा। इस मौके पर लेक्चरर कृष्ण गोपाल केजी तथा मनोज दत्ता आदि उपस्थित थे।