मुख्यमंत्री अमरिन्दर सिंह ने की मोबाइल एप और वैब पोर्टल ‘पी.आर. इनसाईट’ की शुरूआत

चंडीगढ़ (द स्टैलर न्यूज़)। डिजिटल पंजाब के प्रति एक और बड़ा कदम उठाते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने आज ‘पी.आर. इनसाईट’ (लोक संपर्क का झरोखा) नामक मोबाइल एप और वैब पोर्टल की शुरुआत की जिससे फीडबैक का निरीक्षण करने और उसके आधार पर नागरिक केंद्रित सेवाएं प्रदान करने में सुधार लाया जा सकेगा ताकि राज्य में लोक समर्थकीय और अन्य पारदर्शी शासन यकीनी बनाया जा सके। जि़क्रयोग्य है कि ‘पी.आर. इनसाईट’ को सूचना एवं लोक संपर्क विभाग द्वारा विकसित किया गया है ताकि राज्य की सभी खबरें और सोशल मीडिया सामग्री का एक ही प्लेटफार्म और डैशबोर्ड मुहैया करवाया जा सके। 31 अग्रणी ख़बर एजेंसियों /पोर्टलों को पी.आर. इनसाईट एप और पोर्टल के साथ ऑनलाइन जोड़ा गया है और राज्य के समूह विभागों की खबरें/लेखों को इन न्यूज एजेंसियों से तुरंत ले लिया जाता है। खबरों और सोशल मीडिया सामग्री के एक प्लेटफार्म को बाद में आधुनिक और विचारक अध्ययन टूल्ज़ के प्रयोग द्वारा जांचा जाता है जिससे सरकार की नीतियों बारे नागरिकों की फीडबैक समझने के साथ-साथ शासन बारे भी नागरिकों की धारणा का पता लग सके।

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इस मौके पर कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि यह नई एप/पोर्टल लोगों की फीडबैक की कारगर ढंग से जांच करने के लिए महत्वपूर्ण सिद्ध होगी जिससे राज्य सरकार की तरफ से चलाईं जा रहीं लोक समर्थकीय नीतियों और प्रोग्रामों में कमीयों को दूर करने में मदद मिलेगी।इस निराले उद्यम के लिए लोक संपर्क विभाग के शानदार कदम की प्रशंसा करते हुए मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि ‘पी.आर. इनसाईट’ एप प्रांतीय प्रशासन को अपने कामकाज में और कुशलता लाने के अलावा नागरिक केंद्रित सेवाएं सुचारू ढंग के साथ मुहैया करवाकर लोगों की इच्छाओं की पूर्ति करने में निश्चित रूप से मददगार साबित होगी।इसी दौरान सूचना एवं लोक संपर्क विभाग के सचिव गुरकीरत किरपाल सिंह ने मुख्यमंत्री को अवगत करवाया कि ‘पी.आर. इनसाईट’ मोबाइल एप और पोर्टल सरकार को अपनी नीतियाँ और ज्यादा उपयोगी बनाने में सहायक होंगे जिनको विशेष सरोकारों के हल, किसी तरह की गलतफहमी को दूर करने के लिए संचार और लोगों तक पहुँच करने के प्रोग्रामों में तबदीली लाने के अलावा सरकार को यह समझने में भी पता लगाएगा कि सम्बन्धित सभी प्रमुख पक्ष उसके प्रोग्रामों और प्रयासों को किस नज़रिए से देखते हैं।

यह एप सरकार को सकारात्मक नज़रिए वाले प्रोग्रामों के बेहतर अमल की पहचान करने और इनको अन्य पर भी लागू करने, प्रभावशाली प्रदर्शन वाला मॉडल बनाने और व्यापक तौर पर सामाजिक व्यापारिक रणनीति तैयार करने के योग्य बनाएगी।सचिव ने आगे कहा कि बीते साल तक खबरों को एकत्रित करने की प्रक्रिया हाथों से की जाती थी जहाँ सूचना एवं लोक संपर्क विभाग की विशेष टीम प्रकाशित खबरों की क्लिपिंग का अध्ययन करती थी और सरकार के सीनियर अधिकारियों द्वारा गहराई से जांच करने के लिए क्लीपिंग्ज़ तैयार की जातीं थीं। सचिव ने बताया कि हाथों से खबरों का सैट तैयार करने, अखबारों से खबरें काटने/चिपकाने और सम्बन्धित अधिकारियों को भेजने की प्रक्रिया की कुशलता में सुधार लाने के मद्देनजऱ ‘पी.आर. इनसाईट’ की शुरुआत की गई है। उन्होंने यह भी बताया कि यह एप खबरों को एकत्रित करने, खबरों की जांच और विचारक अध्ययन का कार्य ख़ुद-बू-ख़ुद करेगी।इस एप की मुख्य विशेषताएं बताते हुए सूचना एवं लोक संपर्क विभाग के डायरैक्टर रवि भगत ने बताया कि यह विलक्षण प्लेटफार्म 31 न्यूज एजेंसियों से समूह विभागों की खबरें और खबरों को एकत्रित करने के लिए एक ही पोर्टल है।

इस पोर्टल के साथ सकारात्मक, नकारात्मक और निष्पक्ष खबरों को अपने आप अलग करने, खबरों का प्रकाशन, जि़ला और विभाग वार अपने आप श्रेणीबद्ध करने के अलावा विचारक अध्ययन के लिए सोशल मीडिया (टविट्र और फेसबुक) के एकीकरण और समाचार एजेंसियों को नकारात्मक खबरों के लिए ऑनलाइन फीडबैक की प्रणाली मुहैया होगी।श्री भगत ने बताया कि लोक संपर्क विभाग के सभी अधिकारियों को डैशबोर्ड, खबरों की समीक्षा, खबरों का मूल्यांकन और अंतिम तस्दीक करने की प्रक्रिया बारे प्रशिक्षण दिया जा चुका है। समय और साधन संबंधी ज्ञान के साथ मज़बूत प्रणाली विकसित की जायेगी जिससे खबरों का मिलान, खबरों का अध्ययन, खबरों को श्रेणीबद्ध करने और विचारक जांच के समूचे सामथ्र्य में सुधार होगा। समूह विभागों को यूजऱनेम (कंप्यूटर के उपयोगकर्ता का नाम) और पासवर्ड मुहैया करवाया जायेगा जिससे वे अपने स्तर पर खबरें और सोशल मीडिया कवरेज को देख सकेंगे। उन्होंने आगे बताया कि नागरिकों द्वारा जहाँ भी ख़बर या सोशल मीडिया पोस्ट के विरुद्ध तथ्यों को स्पष्ट करने की ज़रूरत होगी तो सम्बन्धित विभागों को इस संबंधी फीडबैक मुहैया करवाने की छूट होगी।

जि़क्रयोग्य है कि सूचना एवं लोक संपर्क विभाग द्वारा भी सरकारी विभागों के सोशल मीडिया अध्ययन के लिए ‘पी.आर. इनसाईट’ एप का प्रयोग किया जायेगा। पी.आर. इनसाईट के साथ सरकार के सोशल मीडिया हैंडल्ज़ का विलय करने के लिए आधुनिक विचारक जांच के साधनों को प्रयोग में लाया गया है। पंजाब सरकार की तरफ से बेहतरीन शासन मुहैया करवाने के लिए नागरिकों की नब्ज़ निरंतर टोही जाया करेगी और सोशल मीडिया के विचारक अध्ययन टूल का प्रयोग किया जायेगा जिससे यह समझा जा सके कि सरकार के प्रोग्रामों और नीतियों बारे नागरिक कैसे महसूस करते हैं। इसी तरह सरकारी एजेंसियों द्वारा खबरों और सोशल मीडिया की सामग्री के विचारक अध्ययन को ध्यान में रखा जायेगा।

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