-अस्पताल में भर्ती घायलों ने लगाई पुलिस के आला अधिकारियों से इंसाफ की गुहार-घरेलू झगड़े में पिता-पुत्र पर हमला कर घायल करने वालों ने दी देख लेने की धमकी-धमकियों और मारपीट से सहमा परिवार डर के साये में दिन काटने को हो रहा मजबूर-
होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। घरेलू झगड़े के कारण हिंसा के शिकार हुए सतपाल पुत्र सोमनाथ और गोल्डी पुत्र सतपाल जोकि सिविल अस्पताल में 21 मई से उपचाराधीन है ने पुलिस अधिकारियों से इंसाफ की गुहार लगाई है। पीडि़त सतपाल सिंह ने बताया कि उसकी बहु तथा उनके परिजनों की ओर से उन पर जानलेवा हमला कर उन्हें बुरी तरह जख्मी कर दिया गया था। जिसके चलते वे काफी दिनों से सिविल अस्पताल में उपचाराधीन हैं। सतपाल के कंधे
में फैक्चर है तथा उसके बेटे गोल्डी की टांग में टांके लगे हुए हैं। सतपाल ने बताया कि उसके बड़े बेेटे की शादी के बाद से ही बहु के मायके वाले कथित तौर पर छोटी-छोटी बात पर उन्हें परेशान करने लगे थे और उन्होंने पहले भी कई बार बिना वजह उनके साथ मारपीट की थी। उन्होंने बताया कि घरों में मामूली तकरारें होती रहती हैं तथा छोटी-छोटी बातों से शुरु हुए झगड़े को निपटाने के लिए वार्ड पार्षद व अन्य गणमान्य लोगों द्वारा मध्यस्ता करके बात को निपटाने के प्रयास भी किए गए। मगर लडक़ी पक्ष वाले कुछ भी सुनने को तैयार नहीं हैं।
पीडि़तों के मुताबिक 21 मई को मामूली बात को लेकर हुए झगड़े के बाद जब वह बहु के रिश्तेदारों द्वारा जख्मी किए जाने पर सिविल अस्पताल में उपचार के लिए पहुंचे तो यहां पर भी पहले से मौजूद कुछ गुंडों ने पहले से बनाई योजना के अनुसार उनपर जानलेवा हमला कर दिया, जिसके बाद वे दोनों और गंभीर रुप से घायल हो गए तथा उसके बाद से वे अस्पताल में उपचाराधीन हैं और डर के माहौल में दिन बसर करने को मजबूर हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस संबंधी संबंधित थाने की पुलिस को सूचना दिए जाने के बावजूद उनकी सुनवाई नहीं हो रही और दूसरी तरफ हमलावर उन्हें
धमकियां दे रहे हैं कि वे एक विधायक के लोग हैं और उनका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। पीडि़तों ने चेतावनी दी कि अगर उन्हें इंसाफ न मिला तो वे अपनी जीवनलीला समाप्त करने जैसा कोई कदम उठाने से भी परहेज नहीं करेंगे। उन्होंने पुलिस के आला अधिकारियों से अपील की कि है कि वे इस मामले की गंभीरता से जांच करवाकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करें। पीडि़तों ने विधायक से भी अपील करते हुए कहा कि वे ऐसे असामाजिक तत्वों संबंधी जानकारी हासिल करके कार्रवाई करें ताकि कोई उनके नाम की आड़ लेकर गंडीगर्दी न कर सके।