होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: जतिंदर प्रिंस। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के जन्मदिन के उपलक्ष्य में श्रीमति सरस्वती देवी मेमोरियल एजुकेशनल एंड वैल्फेयर सोसायटी की तरफ से डिवाइन स्किल सैंटर पुरहीरा होशियारपुर में एक सैमिनार आयोजित किया। जिसमें बच्चों ने ‘जल है तो कल है’ एवम जल ही जीवन है। विषयो पर अपने विचार रखें। जिसमे भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अविनाश राय खन्ना जी मुख्यातिथि के रूप में उपस्थित हुए। उन्होंने बच्चो को बताया कि पानी कि कमी के कारण तीसरा विश्व युद्ध अब पानी को लेकर लड़ा जाएगा। हमारे पास प्रयोग करने के लिए स्वच्छ जल केवल 0.98 प्रतिशत है। जिसे भी मानव प्रतिदिन अपनी गतिविधियों से दुषित करता जा रहा है। हम पानी के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते है।
हम प्रतिदिन नहाने, खाना बनाने, कपड़े धोने, साफ सफाई आदि में पानी का प्रयोग करते हैं। पानी केवल मनुष्य के लिए ही जरूरी नहीं है अपितु हमारी वनस्पति, पेड़ पौधे और पशुओं को भी पानी की आवश्यकता है। पानी के अभाव को देखते हुए आज के समय में सबसे ज्यादा जरूरत पानी को बचाने की है और यह एक वैश्विक मुद्दा है जिसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए। हमें लोगों को पानी के प्रति जागरूक करना चाहिए और उन्हें पानी बचाने के लिए कहना चाहिए। हमें नलों को बहते हुए नहीं छोडऩा चाहिए और नहाने के लिए फव्वारे की बजाय बाल्टी का प्रयोग करना चाहिए। हमें वर्षा जल संचयन की प्रक्रिया को अपनाना चाहिए। इस प्रक्रिया के अंतर्गत हम वर्षा के चल कौ एकत्रित करते हैं और उस जल को साफ सफाई और सिंचाई आदि को लिए प्रयोग करते है। पानी का दुषित होना भी पानी की कमी का कारण है । हम बिजली का सीमित प्रयोग करके भी पानी को बता सकते हैं क्योंकि बिजली की उत्पति पानी से ही होती है। हमारा कल हमारे जल सरंक्षण पर निर्भर है।
सोसाइटी के अध्यक्ष निपुण शर्मा ने जलवायु परिवर्तन के कारण बिगड़ता पर्यावरण विश्व के लिए सबसे बड़ी चिंता का विषय है। ऐसे में प्लास्टिक से पैदा होने वाले प्रदूषण को रोकना एक बहुत बड़ी समस्या बनकर उभरी है। प्रत्येक साल कई लाख टन प्लास्टिक उत्पादन हो रहा है, जो कि मिट्टी में नहीं घुलता-मिलता है। इसलिए विश्व भर के देश सिंगल-यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल को समाप्त करने हेतु कठोर रणनीति बना रहे हैं। सोसाइटी चीफआर्गेनाइजर पूजा शर्मा ने बताया कि हमारे पानी को सरंक्षित करने के लिए उठाए गए छोटे छोटे कदम हमारे भविष्य के लिए बहुत ही लाभदायक है।
जल सरंक्षण हमें पृथ्वी पर जीवन बनाए रखने में सहायक होगा। जल का सीमित मात्रा में प्रयोग करके भी जल को सरंक्षित किया जा सकता है।अंत में पानी का दुरूपयोग न करने ओर सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल बंद करने के लिए छात्रों को शपथ दिलाई गई। अविनाश राय खन्ना जी को डॉक्टर की उपाधि मिलने के कारण छात्रों ने उन्हें पुष्प देकर सम्मानित किया। उनके साथ विजय अग्रवाल, डा. रमन घई, अश्विनी ओरी, अधिवक्ता नवजिंदर बेदी, एच.के.नक्ड़ा, दर्शन गर्ग आदि उपस्थित थे।