होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। होशियापुर केन्द्रीय जेल में बंद अमृतसर निवासी मनी प्रताप अमृतसरी की संदिग्ध परिस्थितियों में जेल में मौत होने के मामले में परिजनों ने जेल प्रशासन के खिलाफ रोष व्यक्त करते हुए जमकर नारेबाजी की। उन्होंने कथित तौर जेल सुपरिंटेंडेंट पर आरोप लगाया कि जेल में मुलाजिम उसे टार्चर कर रहे थे। जिसके कारण मनी की मौत हो गई।
परिवार ने आरोप लगाया कि मनी हत्या के मामले में सजा काट रहा था तथा मुलाजिम उसे टार्चर करते थे और 14 से 18 घंटे तक चक्की में बंद रखते थे, जिसके कारण वह डिप्रेशन में चला गया। जेल प्रशासन द्वारा उसका सही इलाज करवाने की बजाए उसे अंदर ही दवाई देते रहे। सुबह जेल से फोन आया कि मनी की मौत हो गई है। परिवार ने आरोप लगाया कि मनी की मौत का जिम्मेदार जेल प्रशासन है। परिवार व मृतक मनी की पत्नी प्रभा ने आरोप लगाया कि मनी कई दिनों से 30 हाजर की डिमांड कर रहा था, जो उन्होंने जेल के एक मुलाजिम के खाते में पैसे डलवाए भी थे।
वह पिछले 5 साल से 302 व 307 के तहत सजा काट रहा था और पिछले डेढ़ साल से होशियारपुर की जेल में बंद था। मौके पर पहुंचे जेल अधिकारी देस राज से जब इस बारे में बात की गई तो वह सवालों का जवाब देने की बजाए वहां से भाग गए।