जालंधर, 2 जुलाई: डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी ने आज कोविड -19 राहत कामों और जिले की अनाज मंडियों और खरीद केन्द्रों में गेहूँ की खरीद दौरान अपनी डियूटी लगन के साथ निभाने के लिए 167 गारडिर्यनस आफ गवर्नेंस (जी.ओ.जीज़) का सम्मान किया।
जी.ओ.जीज़ के साथ बातचीत करते हुए डिप्टी कमिश्नर ने जी.ओ.जीज़ के ज़िला प्रमुख मेजर जनरल (रिटा.) बलविन्दर सिंह को उनकी टीम सहित ज़िले की अनाज मंडियों और खरीद केन्द्रों में सुचारू और निर्विघ्न खरीद काम को सुनिश्चित बनाने में अहम योगदान देने के लिए प्रशंसा पत्र सौंपे।
अपने संबोधन में डिप्टी कमिश्नर ने जी.ओ.जीज़ की तरफ से कोविड -19 राहत कामों को सुनिश्चित करने और बिना किसी मुश्किल के खरीद कामों को पूरा करने के लिए किये गए प्रयत्नों की प्रशंसा की। उन्होनें कहा कि जी.ओ.जीज़ की तरफ से जिले में विशेषकर देहाती क्षेत्रों में वायरस की रोकथाम और पीडित लोगों की सहायता के लिए निभाई गई भूमिका बेमिसाल है।
डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि सामाजिक दूरी, किसानों और मज़दूरों द्वारा मास्क पहनना, अनाज मंडियों में पानी, साबुन और अन्य सुविधाओं की उपलब्धता सहित सभी मैडीकल प्रोटोकोलज़ की पालना को यकीनी बनाना चुणौतीपूर्ण काम था, परन्तु जी.ओ.जीज़ के ठोस यतनों से यह निर्विघ्न ढंग से पूरा हो सका।
श्री थोरी ने कहा कि जी.ओ.जीज़ की तरफ से सभी खरीद कामों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई गई है। उन्होनें कहा कि जालंधर की अनाज मंडियों में कोविड का एक भी केस सामने नहीं आया और जी.ओ.जीज़ ने बिना किसी समस्या के काम करने के लिए सख़्त मेहनत की।
डिप्टी कमिश्नर ने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि जी.ओ.जीज़. भविष्य में भी प्रशासन की सहायता करते रहेगें। उन्होनें कहा कि सरकार की नीतियों को ज़मीनी स्तर पर लागू करने और निरंतर फीडबैक के द्वारा इनकी निगरानी करने में जी.ओ.जीज़ प्रशासन की रीढ़ की हड्डी है।