होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़) रिपोर्ट: बलजिंदर सिंह, सुनंदन कुमार। होशियारपुर की लड़कियां भी हरियाणा की पहलवानों से कम नहीं है। यह कर दिखाया है होशियारपुर के गांव जियाण की अर्शप्रीत कौर ने, जिसने हिंद केसरी टूर्नामैंट में 60 किलो भार वर्ग में पंजाब बाल केसरी का खिताब जीतकर होशियारपुर का नाम रोशन किया है। इस ओपन टूर्नामैंट में देशभर से पहलवानों ने भाग लिया था। अर्शप्रीत (उम्र 14 साल) होशियारपुर की पहली पहलवान है, जिसने यह खिताब अपने नाम किया है। इस खिताब को जीतने के लिए यहां अर्शप्रीत कौर की सुबह-शाम की अढ़ाई-अढ़ाई घंटे की सख्त ट्रेनिंग है। वहीं उनके पिता गुरनाम सिंह का भी योगदान कम नहीं है क्योंकि वह अपनी बेटी को सुबह शाम अपने गांव जियाण से अपने साथ अप-डाऊन करवाते थे, जो होशियारपुर से करीब 15-16 किलोमीटर दूर है। होशियारपुर के इनडोर स्टेडियम में कोच सनुज शर्मा के पास अर्शप्रीत कौर करीब 4 साल से ट्रेनिंग कर रही है। जिन्होंने अर्शप्रीत कौर को इस मुकाम तक पहुंचाया। कोच सनुज शर्मा ने बताया कि अर्शप्रीत ने 4 साल की ट्रेनिंग दौरान अब तक पंजाब राज्य खेलों, ओपन स्टेट खेलों में व स्कूल खेलों में भी अपनी पहलवानी का लोहा मनवाया है और चैम्पियन रह चुकी है। कोच सनुज शर्मा ने अपील की कि अगर पहलवान में कुछ कर दिखाने की ललक हो तो कोच को भी चाहिए कि सिर्फ उसके नैगिटव प्वाइंट न देखकर उसके पॉजीटिव गुणों की ओर ध्यान दे ताकि खिलाड़ी को ओर ज्यादा मोटिवेशन मिल सके।