महिला किसानों को किसान के रूप में मान्यता देने के लिए केंद्र अधिसूचना जारी करे: महिला किसान यूनियन

जालंधर (द स्टैलर न्यूज़)। महिला किसान यूनियन ने आज 113वें अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर केंद्र सरकार से मांग की है कि महिला किसानों को किसान के रूप में तुरंत अधिसूचित किया जाए ताकि महिला किसान भी किसानों को मिलने वाली सरकारी सुविधाओं का लाभ उठा सकें। महिला किसान यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष बीबी राजविंदर कौर राजू ने यहां पंजाब प्रेस क्लब जालंधर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान यह मांग की। उनके साथ यूनियन चेयरपर्सन मनवीर कौर, मुख्य सलाहकार डॉ. स्वर्णजीत कौर ग्रेवाल, महासचिव दविंदर कौर, उपाध्यक्ष गुरप्रीत कौर, संयुक्त सचिव मनप्रीत कौर और खुशप्रीत कौर, वित्त सचिव हरनीत कौर और प्रेस सचिव परमवीर कौर भी मौजूद थे। इस अवसर पर उन्होंने महिला किसान यूनियन के स्वीकृत ध्वज, लोगो और बैज का भी विमोचन किया। महिला नेता ने कहा कि परिवार और घर के कामों के अलावा, कृषि और संबद्ध व्यवसायों में महिलाओं की भागीदारी अनादि काल से जानी जाती रही है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, देश की कृषि में 80 प्रतिशत से अधिक महिलाएं अपनी आजीविका के लिए कृषि पर निर्भर हैं। पूरे कृषक समुदाय में 30 प्रतिशत से अधिक महिलाएँ कृषि में लगी हुई हैं और 45 प्रतिशत से अधिक महिलाएँ खेत मजदूर के रूप में कार्य करती हैं जिसके परिणामस्वरूप महिला किसान सरकारी सुविधाओं और राहत से वंचित हैं। ऐसा ही सरकार महिला खेतिहर मजदूरों के साथ कर रही है।

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      उन्होंने यह भी मांग की कि संसद और विधानसभाओं में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने के लिए संसद में लंबित कानून पारित किया जाए, जैसा कि भाजपा ने पिछले लोकसभा चुनाव में अपने घोषणापत्र में वादा किया था। इसके अलावा प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत महिला किसानों और महिला खेत मजदूरों को 2000 रुपये प्रति माह और सभी प्रकार के किसानों और खेत मजदूरों को मुफ्त परिवार स्वास्थ्य बीमा सुविधा प्रदान की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि महिला किसानों, गृहिणियों और महिला खेतिहर मजदूरों के हितों की रक्षा के लिए महिला यूनियन का गठन किया है ताकि उनकी मांगों और समस्याओं का सरकारी स्तर पर समाधान किया जा सके। इसके अलावा पंजाब, मातृभाषा पंजाबी और पंजाबियों के साथ किसी भी तरह के धक्का या भेदभाव की स्थिति में महिला किसान यूनियन अपनी आवाज बुलंद करती रहेगी। बीबी राजू ने कहा कि महिला किसान यूनियन किसानों और खेतिहर मजदूरों की मांगों के लिए हर संघर्ष में संयुक्त किसान मोर्चा और पंजाब किसान जत्थाबंधन के साथ मिलकर काम करेगी।

उन्होंने यह भी घोषणा की कि महिला किसानों और महिला खेत मजदूरों के संघर्ष में अमूल्य योगदान देने वाली महिलाओं को हर साल 15 अक्टूबर को राष्ट्रीय महिला किसान दिवस के अवसर पर सम्मानित किया जाएगा। इसके अलावा राष्ट्रीय महिला किसान दिवस के अवसर पर पंजाब में महिला किसान यूनियन की ओर से महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए एक बड़ा महिला सम्मेलन आयोजित किया जाएगा जिसमें राष्ट्रीय स्तर के किसान नेता मौजूद रहेंगे। महिला किसान नेता ने पंजाब की सभी महिलाओं से अपनी जायज मांगों और समस्याओं के स्थायी समाधान के लिए महिला किसान यूनियन की सदस्य बनने का आह्वान किया ताकि महिलाओं की आवाज को सरकारों के कानों तक पहुंचाकर न्याय न्याय प्राप्त किया जा सके।

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