भगवान की छवि स्वरुप मासूम चेहरों पर खुशी देख अंतर आत्मा को मिलता है असीम सुख: संजीव अरोड़ा

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। घर में जब कोई बच्चा दर्द या किसी बीमारी के कारण रोता है तो पूरा परिवार उसकी तरफ दौड़ पड़ता है तथा बच्चे का दर्द किसी से नहीं देखा जाता। इसी प्रकार कल्पना कीजिए कि जिस बच्चे के जरा से रोने पर सारा घर एक टांग पर खड़ा हो जाता है अगर उसकी जिंदगी में अंधेरा हो यानि वो इस सुंदर संसार को देखने में असमर्थ हो तो परिवार पर क्या बीतती होगी। इस बात का सोचकर ही मन दुख से भर जाता है और जिन परिवारों में ऐसे बच्चे हैं उनके दुख का हम अंदाजा भी नहीं लगा सकते। ऐसे बच्चों की जिंदगी में रोशनी व परिवार में खुशियां भरने का छोटा सा प्रयास कर रही है रोटरी आई बैंक एवं कार्निया ट्रांसप्लांट सोसायटी। जिसका प्रत्येक सदस्य नेत्रदान मुहिम के तहत 24 घंटे मानव सेवा के इस महान कार्य से निस्वार्थ भाव से जुडक़र सदैव तत्पर रहता है। यह विचार सोसायटी के प्रधान व प्रमुख समाज सेवी संजीव अरोड़ा ने एम्स दिल्ली की तरफ से प्राप्त हुई सूची में से 11 बच्चों के करवाए गए सफल आप्रेशन संबंधी जानकारी देते हुए व्यक्त किए। श्री अरोड़ा ने कहा कि इन आप्रेशनों का खर्च दानी सज्जनों के सहयोग से सोसायटी द्वारा किया गया है व दवाएं आदि भी सोसायटी की तरफ से ही मुहैया करवाई जाती हैं।

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उन्होंने बताया कि सूची अनुसार 30 बच्चे हैं जिनके आप्रेशन करवाने का क्रम जारी है। उन्होंने बताया कि यह सेवा जहां निशुल्क एवं निस्वार्थ भाव से की जा रही है वहीं इसे जाति, धर्म व अन्य प्रकार के भेदभाव से रहित किया जाता है ताकि मानवता की सच्ची सेवा की जा सके। श्री अरोड़ा ने बताया कि जिन बच्चों के आप्रेशन करवाए गए उनमें सात बच्चे उत्तर प्रदेश व बाकी दिल्ली एवं हरियाणा से संबंधित हैं। जिनमें माहिरा (20 माह), हिमांशू (8 माह), महक (13 माह), योगिता (3 साल), विवेक कुमार (9 माह), कशिश (13 माह), अशद (16 माह), सुफिया खान (6 साल), नुमन (2 साल), अंश (10 माह), अमन खान (7 साल) शामिल हैं। इस अवसर पर चेयरमैन जेबी बहल ने कहा कि श्री अरोड़ा जी द्वारा दी गई जानकारी सार्वजनिक करनी इसलिए भी जरुरी है, क्योंकि कुछ लोग नेत्रदान को लेकर लोगों में गलत धारणाएं एवं भ्रांतियां फैला रहे हैं। जबकि सत्य यह है कि मरणोपरांत किए जाने वाले इस महादान से जहां बड़ों को रोशनी मिलती है वहीं ऐसे मासूम बच्चों को आंख लगने से वे आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ते हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग इस मुहिम में साथ नहीं दे सकते, उनसे अनुरोध है कि वे लोगों में अफवाहें भी न फैलाएं ताकि इस बीमारी से पीडि़त लोगों को मुहिम का लाभ मिल सके। बैठक में कुलदीप राय गुप्ता, अरुण जैन, डा. जमील बाली, विजय अरोड़ा, मदन लाल, तरसेम मोदगिल, राजेश नकड़ा, अमित नागपाल, जसवीर सिंह, रमिंदर सिंह, दीपक मेहंदीरत्ता आदि मौजूद थे।

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