द्रौपदी मुर्मू को मूर्ति कहना- महिलाओं का अपमान है ये: मीनू सेठी

होशियारपुर(द स्टैलर न्यूज़)। भाजपा की जिला महासचिव मीनू सेठी ने एक प्रैस विज्ञप्ति में कहा कि सबसे घिनौना चेहरा तेजस्वी यादव का उजागर हुआ है। मीनू सेठी ने कहा कि तेजस्वी यादव 9वीं फेल होकर एक पढ़ी लिखी महिला के लिए इस तरह टिप्पणी करना बेहद शर्मनाक है। द्रौपदी मुर्मू जी एक गांव की आदिवासी महिला होने के बावजूद उड़ीसा विधानसभा में सर्वश्रेष्ठ विधायक के रुप में पुरुस्कृत हो चुकी है। वो राज्यपाल भी रही है। तेजस्वी यादव का मुर्मू जी के लिए ऐसा कहना कि राष्ट्रपति भवन में मूर्ति नहीं चाहिए किसी खास परिवार के पत्नी अथवा बेटी हीना विद्वान की पहचान नहीं है।

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एक गांव से पढ़ लिखकर आदिवासी महिला का राष्ट्रपति बनना उन्हें अपमान लगता है। महिलाओं की इज्जत करनी चाहिए ना कि उनके लिए कोई टिप्पणी करनी चाहिए। तेजस्वी यादव को अपनी कही बात पर माफी मांगनी चाहिए। तेजस्वी यादव अपनी मर्यादा भूल चुके हैं। वंशवाद के बल पर बिहार विधानसभा की सीढिय़ां चढऩे वाले तेजस्वी को एक स्वाभिमानी महिला के लिए ऐसे तिस्स्कार पूर्ण शब्द प्रयोग करने के लिए लज्जा आनी चाहिए। मीनू सेठी ने कहा कि यदि वह नारी का सम्मान नहीं कर सकते तो उन्हें स्वयं को योग्य बेटा एवं योग्य पति कहलाने का कोई अधिकार नहीं है।

द्रौपदी मुर्मू जी का संबल पूर्ण रूप अपना निभाया गया हर राजनीतिक दायित्व उन्हें योग्य उम्मीदवार साबित करता है। भाजपा नारी शक्ति का सम्मान करती है और उसे जीवन के हर क्षेत्र में आगे बढऩे का मौका देने के लिए प्रतिबद्ध है। मीनू सेठी ने कहा कि द्रौपदी मुर्मू नारी सशक्तिकरण की प्रतीक है एवं भारत की हर महिला उनके साथ है। 

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