भारत ही वह स्थान, जहां लोकतंत्र सबसे अधिक मजबूत:औजला/मनन

कपूरथला(द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: गौरव मढिय़ा। भाजपा एनआरआई विंग हॉलैंड के प्रधान जेएस औजला व् भाजपा एनजीओ सेल के संयक्त सचिव राजेश मननन ने मंगलवार को कहा कि भारत के लोकतंत्र पर एक वक्त संदेह प्रकट किया गया था, लेकिन आज भारत ही वह स्थान है, जहां लोकतंत्र सबसे अधिक मजबूत है और सबसे जीवंत है। भजपा नेताओं ने कहा कि मोदी सरकार ने कभी दुनिया पर कोई चीज नहीं थोपी और न ही थोपने के बारे में सोचा बल्कि मोदी सरकार ने भारत के बारे में जिज्ञासा पैदा की है। जेएस औजला ने कहा कि नरेंद्र मोदी के देश के प्रधानमंत्री का पदभार संभालने के बाद से भारत के विकास का अनुभव पथप्रवर्तक नीतियों से तय हुआ और इस तरह भारत के पारंपरिक विकास मॉडल की पुनर्व्याख्या को गति मिली। पिछले आठ सालों में मोदी सरकार ने कई असरदार फैसले लिए और ऐसी नीतियां बनाईं जिसका भारत में न्यायोचित, व्यापक और सतत विकास को बढ़ावा देने में उल्लेखनीय प्रभाव पड़ा। मैं भारत के इस शासन को नए भारत के निर्माण के सफर के तौर पर देखता हूं। एक मजबूत,सक्षम और आत्मनिर्भर भारत।औजला ने कहा कि कोविड महामारी जैसी बाधाओं के बावजूद यह अवधि प्रधानमंत्री के नए भारत के निर्माण को लेकर उनके अटल और अडिग लक्ष्य केंद्रित यात्रा के लिए याद की जाएगी।वर्ष 2020 में महामारी ने पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था को अपनी चपेट में ले लिया था।

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दुनिया की अर्थव्यवस्था पर काले बादल मंडरा रहे थे,चारों तरफ भयावह मंजर था और कुछ भी निश्चित नहीं था।उस वक्त बस सभी के ज़ेहन में एक ही सवाल था, निराशा के बादल कब छंटेगे और उम्मीद का सूरज कब निकलेगा? दुनिया पर एक अकल्पनीय चिकित्सकीय आपातकाल छा गया था जो पूरी दुनिया को लीलने को आतुर था। इस वजह से जिंदगी और आजीविका बुरी तरह प्रभावित हुए।अलग-अलग क्षेत्रों और उद्योगों को अलग-अलग समाधान की जरूरत थी। अलग-अलग उद्योगों को अलग-अलग समर्थन प्रणालियों की ज़रूरत थी। यह बिल्कुल वैसा ही था जैसे किसी जटिल इंजीनियरिंग उपकरण को शुरू करना हो।उन्होंने कहा कि ऐसे में भारत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक अलग रास्ता चुना। वह था आत्मनिर्भर भारत बनने का रास्ता। विश्व बैंक जैसे संस्थान की नीतियों के समर्थन से भारत का सर्वोच्च मैन्यूफैक्चरिंग लीग में तेजी से उभरना एक और उदाहरण है। भारत ने विश्व बैंक के ईज ऑफ डूईंग बिजनेस (सहजता के साथ व्यापार)की सूची में 79 पायदान की उछाल हासिल की और 2014 की 142 रैंक से 2020 में सीधे 63 पर पहुंच गया। मेक इन इंडिया जैसी महत्वाकांक्षी योजनाओं से लेकर दीवाला संशोधन तक तमाम तरह से सराहनीय प्रयास ने इसे सफल बनाया।ये वे योजनाएं थीं जो नरेंद्र मोदी सरकार ने पिछले 8 सालों में लागू कीं। अब, भारत किसी भी वैश्विक महाशक्ति के आगे झुके बिना,साहसपूर्वक और स्वतंत्र रूप से अपनी बात रखने में सक्षम है।

संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय मंचों पर प्रधानमंत्री मोदी का भाषण सबसे अधिक देखे जाने वाले और मांग वाले भाषणों में से एक है जो भारत के बढ़ते वैश्विक कद को दिखलाता है। प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल को न केवल भारत में,बल्कि दुनिया भर में,देश के इतिहास,संस्कृति और सभ्यता की विशेषताओं की गूंज के तौर पर चिह्नित किया गया है,जो आधुनिक विश्व इतिहास में भारतीय युग के उद्भव का मार्ग प्रशस्त करता है। राजेश मनन ने कहा कि भारत ने प्रधानमंत्री नरिंदर मोदी के नेतृत्व में जो नई व्यवस्थाएं विकसित की हैं, उनकी कोरोना वायरस के इस संकट में वैश्विक संस्थाओं ने भी प्रशंसा की थी। उन्होंने कहा कि आधुनिक प्रौद्योगिकी के माध्यम से गरीब से गरीब को मजबूत करने का जो अभियान आज भारत में चल रहा है,उसकी विश्व के हर कोने में और हर स्तर पर चर्चा हो रही है।

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