चंडीगढ़(द स्टैलर न्यूज)। पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने मंगलवार को पंजाब वन निगम, एस. ए. एस. नगर के दफ़्तर में बतौर आफिस असिस्टेंट (डाटा एंट्री आपरेटर) कार्यरत गुरदर्शन सिंह को 30,000 रुपए की रिश्वत लेते हुये रंगे हाथों काबू किया है।
इस सम्बन्धी जानकारी देते हुये राज्य विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि उक्त मुलजिम को प्रिंस वर्मा, निवासी सैक्टर-39, चंडीगढ़ रोड, लुधियाना शहर की शिकायत पर गिरफ़्तार किया गया है।
प्रवक्ता ने बताया कि शिकायतकर्ता ने विजीलैंस ब्यूरो के पास पहुँच करके दोष लगाया कि उसकी फर्म ‘पंजाब टिंबर’ को गणेश बिल्डर्ज़, श्री गंगानगर, राजस्थान की तरफ से अमृतसर जिले के मेहता चौक से लेकर गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक कोरीडोर को जाती सड़क के दोनों तरफ़ लगे वृक्षों की कटाई का काम सौंपा गया था।
शिकायतकर्ता ने आगे खुलासा करते हुये बताया कि उक्त मामले में राज्य वन निगम से अपेक्षित मंजूरी लेने के लिए उक्त आफिस असिस्टेंट गुरदर्शन सिंह ने उस ( शिकायत कर दिया) से उसकी फर्म को अलाट किये गए काम के 1.5 प्रतिशत कमीशन ( कुल 6,00,000 रुपए) की माँग कर रहा है। उसने यह भी बताया कि उक्त मुलजिम पहले भी इस सम्बन्ध में उससे 10,000 रुपए रिश्वत के तौर पर ले चुका है।
प्रवक्ता ने आगे बताया कि उक्त शिकायत में दोषों की पुष्टि करने के बाद आर्थिक अपराध विंग पंजाब की एक विजीलैंस टीम ने मुलजिम कर्मचारी को दो सरकारी गवाहों की हाज़िरी में 30,000 रुपए रिश्वत लेते हुये रंगे हाथों काबू किया। इस सम्बन्धी दोषी के खि़लाफ़ थाना विजीलैंस ब्यूरो में भ्रष्टाचार रोकथाम कानून की धारा 7 के अधीन मुकदमा नंबर 26 तारीख़ 19- 12- 2022 दर्ज किया गया है और मामले की आगे जांच जारी है।