होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। शहर के प्रसिद्ध व्यवसायी एवं समाज सेवक श्याम नरुला ने गुम हुआ पर्स लौटाकर पर्स के मालिक राजेश बंगड़ को खुशियों की सौगात दी। इस दौरान राजेश बंगड़ ने श्याम नरुला व उनके साथ मौके पर मौजूद अन्य लोगों का धन्यवाद किया।
इस संबंधी जानकारी देते हुए श्याम नरुला ने बताया कि वे सब्जी मंडी की तरफ जा रहे थे कि उन्होंने सडक़ पर पड़ा एक पर्स देखा। इस दौरान उन्होंने वहां खड़े एक व्यक्ति सतीश कुमार गोगी को पर्स उठाकर दिखाने को कहा। उन्होंने बताया कि पर्स देखने पर उसमें करीब 3684 बहरीन के दराम, ए.टी.एम. कार्ड व विदेश का बना हैवी ड्यूटी लाइसेंस व अन्य दस्तावेज थे। श्याम नरुला ने बताया कि पर्स में पर्स मालिक का किसी तरह का पहचान पत्र एवं लोकल पता न होने के चलते उस संबंधी पता करना मुश्किल हो रहा था। श्याम नरुला ने बताया कि उन्होंने आसपास खड़े लोगों से विचार विमर्श किया कि जिसका भी यह पर्स होगा वह इसे ढूंढता हुआ जरुर आएगा। इसलिए उन्होंने वहां रुकने का फैसला किया। उन्होंने बताया कि काफी देर बाद एक व्यक्ति जिसके चेहरे का रंग उड़ा हुआ था और वह काफी घबराया हुआ भी थी। उन्होंने बताया कि वे समझ गए कि यही वो परेशान व्यक्ति है जिसका पर्स गिरा है।
इस पर उन्होंने उससे सारी बात पूछी तो राजेश बंगड़ निवासी कच्चे क्वार्टर (अस्पताल के सामने) ने बताया कि उसका पर्स कहीं गिर गया है और वह उसी को तलाश कर रहा है। उन्होंने बताया कि सारी जांच करने उपरांत उन्होंने जब व्यक्ति को पर्स लौटाया तो उसकी खुशी की सीमा न रही। वह रह-रह कर उनका व वहां मौजूद अन्य लोगों का आभार करते नहीं थक रहा था। राजेश बंगड़ ने बताया कि अगर उसे पर्स न मिलता तो उसे आर्थिक तौर पर तो नुकसान होता ही साथ ही उसे कागजात बनवाने में भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ता। उन्होंने कहा कि पर्स लौटाकर सभी ने उस पर काफी एहसान किया है। गौरतलब है कि इससे पहले भी श्याम नरुला द्वारा कई बार लोगों के पर्स मिलने पर लौटाए गए हैं और वे तब तक चैन से नहीं बैठते जब तक कि पर्स के असली मालिक का पता न चल जाए। एक बार उन्होंने अपनी ईमानदारी और इंसानियत का सबूत देते हुए एक व्यक्ति को 50 हजार रुपये से भरा पर्स लौटाया था। इस मौके पर विनोद कुमार, शाम लाल शामा, राम अवतार व रविंदर सिंह आदि भी मौजूद थे।